झांसी: डॉक्टरों ने तकिये की जगह रख दिया युवक का कटा हुआ पैर, जानें क्या है पूरा मामला?
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: March 11, 2018 03:03 AM2018-03-11T03:03:06+5:302018-03-11T03:03:06+5:30
झांसी में इंसाननियत को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है। यहां एक स्कूल बस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद मेडिकल कालेज पहुंचे घायल क्लीनर की टांग को काटकर डॉक्टरों ने तकिया बना दिया।
झांसी ( 11 मार्च): झांसी में इंसाननियत को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है। यहां एक स्कूल बस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद मेडिकल कालेज पहुंचे घायल क्लीनर की टांग को काटकर डॉक्टरों ने तकिया बना दिया। खबर के अनुसार पीड़ित की टांग काटने के बाद उसके ही सिरहाने तकिए की तरह रख दी गई। इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो बनाया गया जिसके वायरल होने के बाद शासन ने घटना को गंभीरता से लिया और दो सीनियर डॉक्टरों व नर्सों समेत चार चिकित्सा अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। इतना ही नहीं खबर के मुताबिक इस मामले में जांच कमेटी गठित कर कार्रवाई शुरू की गई है।
#UttarPradesh: Attendants of a patient allege that staff at Maharani Laxmi Bai Medical College, Jhansi used his severed leg as a pillow for him after he was admitted there upon meeting with an accident, College Principal says 'We've set up committee to probe & will take action'. pic.twitter.com/lJFJ3SCjWf
— ANI UP (@ANINewsUP) March 10, 2018
क्या है मामला
यूपी के झांसी से एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसके मुताबिक एक घायल युवक का पैर काटने के बाद डॉक्टरों ने उसके कटे हुए पैर को ही तकिया बनाकर युवक के सिर के नीचे रख दिया है। डॉक्टरों के इस रूप से हर कोई हौरान है। शनिवार सुबह शहर के मऊरानीपुर थाना क्षेत्र में एक युवक को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। घाल युवक की हालत काफी गंभीर थी जिस कारण से उसका बायां पैर डॉक्टरों को काटना पड़ा। जब इस घायल के सिर से लगाने लगाने के लिए कुछ नहीं मिला तो उसका ही कटा हुआ पैर उसके सिरहाने पर रख दिया गया।
दो वरिष्ठ डाक्टर व नर्सें निलंबित
इस घटना के वीडिो के वायर होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और झांसी मेडिकल कालेज में हुई इस घटना को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन के निर्देश पर शासन ने कड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने दो डॉक्टरों और नर्स को फिलहाल सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही परामर्शदाता डा. प्रवीण सरावगी को चार्जशीट देकर खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है।