डीएमके नेता टीआर बालू ने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात, करुणानिधि के 100वें जन्मदिन के मौके पर आने का दिया निमंत्रण
By एस पी सिन्हा | Published: March 7, 2023 05:27 PM2023-03-07T17:27:29+5:302023-03-07T17:27:29+5:30
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद टीआर बालू उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मिलने राबड़ी आवास पहुंचे, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो सकी।
पटना: तमिलनाडु मामले को लेकर बिहार में जारी सियासत के बीच डीएमके के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री टीआर बालू ने आज पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की है। तमिलनाडु में मजदूरों पर कथित हमले की खबरों के बाद इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद टीआर बालू उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मिलने राबड़ी आवास पहुंचे, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो सकी। मुख्यमंत्री से हुई मुलाकात के दौरान जदयू के ललन सिंह मौजूद थे।
इस राजनीतिक मुलाकात को वर्तमान राजनीतिक हलचल के बीच कई मायनों में बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। नीतीश कुमार से मुलाकात करने के दौरान उन्होंने ना सिर्फ तमिलनाडु में बिहारियों के साथ हुई मारपीट के वायरल वीडियो की सच्चाई बताई और कहा कि सब गलत खबर थी। इसी के साथ-साथ उन्होंने नीतीश कुमार को 3 जून को तामिलनाडु आने का निमंत्रण भी दे दिया।
दरअसल 3 जून को तमिलनाडु में पूर्व मुख्य मंत्री स्वर्गीय एम करुणानिधि के 100वें जन्मदिन के मौके पर डीएमके बड़े आयोजन की तैयारी कर रहा है, जिसमें देश के कई बड़े राजनेताओं के आने की उम्मीद है। इसी आयोजन में शामिल होने के लिए नीतीश कुमार से मिलकर डीएमके नेता टी आर बालू ने इस आयोजन पर आने का निमंत्रण दिया, जिसपर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आने का भरोसा दिया है।
इस संबंध में ललन सिंह ने बताया कि 2024 को लेकर नीतीश कुमार की कोशिश है कि एक मजबूत गठबंधन बने और इस कवायद में नीतीश कुमार लगे हुए हैं। इसके पहले भी नीतीश कुमार के करुणानिधि से अच्छे संबंध रहे हैं। आज जब उनकी 100 वीं जयंती समारोह का आयोजन हो रहा है तो नीतीश कुमार ने कार्यक्रम की पूरी जानकारी मांगी है और भरोसा दिलाया है कि वो इस आयोजन में शामिल हो सकते हैं।
ललन सिंह ने बताया कि इस मुलाकात के दौरान टीआर बालू ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि तमिलनाडु में बिहार के किसी भी निवासी के साथ कोई घटना नहीं घटी है। यही नहीं बिहार से अधिकारियों की जो टीम गई थी, उसने भी अपनी जांच में माना कि ये एक सोची समझी साजिश का हिस्सा था।
बिहार और तमिलनाडु के संबंध को खराब करने का और भाजपा ने जिस तरह से इस घटना को लेकर विधानसभा में हंगामा किया है, उसे देश ने देखा है अब जब सारी सच्चाई सामने आ गई है तो भाजपा इस मामले पर कुछ नहीं बोल पा रही है।