MP विधानसभा में मंत्रियों के जवाब से नाराज हुए दिग्विजय, कहा-नर्मदा किनारे जाकर देखो कितना हुआ है पौधारोपण
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: February 19, 2019 07:35 PM2019-02-19T19:35:08+5:302019-02-19T19:35:08+5:30
मध्यप्रदेश विधानसभा के चल रहे बजट सत्र के पहले दिन मंदसौर गोलीकांड और नर्मदा किनारे पौधारोपण के मामले में गृह मंत्री और वन मंत्री ने जो जवाब दिया, वह शिवराज सरकार को क्लीन चिट दे गया.
मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार के गृह और वन मंत्रियों द्वारा विधानसभा के चल रहे सत्र में मंदसौर गोलीकांड और नर्मदा के किनारे हुए पौधारोपण को लेकर दिए जवाब से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह नाराज हो गए. दोनों मंत्रियों को सिंह ने फटकार लगाई तो गृह मंत्री ने जवाब का पुरानी सरकार का दस्तावेज बताकर सफाई दी. इनता नहीं नहीं सिंह ने वन मंत्री से कहा कि वे नर्मदा किनारे जाकर देखें कितना पौधारोपण हुआ है.
मध्यप्रदेश विधानसभा के चल रहे बजट सत्र के पहले दिन मंदसौर गोलीकांड और नर्मदा किनारे पौधारोपण के मामले में गृह मंत्री और वन मंत्री ने जो जवाब दिया, वह शिवराज सरकार को क्लीन चिट दे गया. इसकी जानकारी जब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को लगी तो उन्होंने गृह मंत्री बाला बच्चन और वन मंत्री उमंग सिंगार की जमकर फटकार लगा दी.
सूत्रों के अनुसार, दोनों से सिंह ने कहा कि उन्होंने यह जवाब दिया कैसे. जवाब देने से पहले उसे देखना चाहिए. सिंह ने आज मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि दोनों मंत्रियों के जवाब से तो ऐसा लग रहा है कि सरकार ने शिवराज सरकार को क्लीनचिट दे दी है. इन्हीं मुद्दों पर कांग्रेस ने संघर्ष किया और शिवराज सरकार को कटघरे में खड़ा किया था. उन्होंने कहा कि गृहमंत्री ने कह दिया कि मंदसौर में जो पुलिस फायरिंग हुई थी, वह सही थी. विधानसभा में पेश रिपोर्ट ने उसे जस्टिफाई कर रही है. पुलिस ने बचाव के चलते यह किया था. ये तो हम स्वीकार नहीं कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि वन मंत्री द्वारा नर्मदा किनारे पौधारोपण में भ्रष्टाचार को लेकर यह कहना कि कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है, यह तो शिवराज सरकार को क्लीनचिट है. सिंह ने कहा कि यह तो वन मंत्री को नर्मदा किनारे जाकर देखना चाहिए कि कितना पौधारोपण हुआ है. मैंने नर्मदा की यात्रा पैदल की है, मुझे पता है पौधारोपण में कितना भ्रष्टाचार हुआ है.
गृह मंत्री ने दी सफाई
दिग्विजय सिंह की नाराजगी के बाद गृह मंत्री बाला बच्चन ने इस मामले को लेकर सफाई दी. उन्होंने मीडिया से कहा कि जो विधानसभा में जवाब दिया गया है, वह शिवराज सरकार के समय जो दस्तावेज तैयार किए गए थे, उसी के आधार पर दिया गया. सरकार कोर्ट द्वारा गठित की गई जैन जांच आयोग रिपोर्ट का इंतजार कर रही.गृहमंत्री ने कहा जांच की रिपोर्ट मिलने के बाद परीक्षण किया जाएगा अगर सरकार रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं होगी है तो फिर से मंदसौर गोलीकांड की जांच करवाई जाएगी.