धनबादः कोयले के अवैध उत्खनन के कारण धंसा खदान, करीब 70 लोगों के दबे होने की आशंका , 45 मिनट चला ऑपरेशन, नहीं मिला कोई!
By एस पी सिन्हा | Published: April 21, 2022 08:18 PM2022-04-21T20:18:14+5:302022-04-21T20:19:12+5:30
झारखंड में धनबाद जिले के चिरकुंडा एरिया स्थित डुमरीजोड बस्ती का मामला है. भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के अस्थाई रूप से बंद खनन पट्टा क्षेत्र के पास सुबह करीब साढे़ आठ बजे 60 फुट कच्ची सड़क धंस गई.
धनबादः झारखंड में धनबाद जिले के चिरकुंडा एरिया स्थित डुमरीजोड बस्ती में आज सुबह कोयले के अवैध उत्खनन के कारण बाबूडंगाल-चांच में खदान धंस गई. इस हादसे में करीब 70 लोगों के दबे होने की आशंका है. सभी बंगाल क्षेत्र के बताए जा रहे हैं.
कहा जा रहा है कि आसपास चल रहे अवैध खनन के कारण यह हादसा हुआ है. सभी बंगाल क्षेत्र के बताये जा रहे हैं. इस हादसे के बाद दो पोकलेन मौके पर पहुंच कर दबे लोगों को निकालने में जुटी है. बताया गया कि बीसीसीएल के अस्थाई रूप से बंद खनन क्षेत्र में यह हादसा हुआ है. घटना के संबंध में बताया गया कि सुबह करीब 8.30 बजे डुमरीजोड के पास सड़क धंस गई.
इसके कुछ देर बाद खदान धंस गई. इस खदान के धंसते ही अवैध उत्खनन में लगे लोग इसमें फंस गये. भू- धंसान का दायरा 50 मीटर के क्षेत्र में बताया जा रहा है. इसमें डुमरीजोड-चांच लाइन पार में अचानक रेल लाइन का रास्ता तेज आवाज के साथ धंस गया. डुमरीजोड में लंबे समय से अवैध खनन चल रहा था.
इसकी डोजरिंग बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा कराई गई थी, लेकिन तस्करों कर ओर से लगातार खनन जारी था. जोरदार आवाज के साथ जमीन धंसने से बिजली के हाई टेंशन तार समेत बिजली का पोल भी इसकी चपेट में आ गया. कयास लगाया जा रहा था कि यह पूरा इलाका धंसान क्षेत्र बन गया है. घटना के बाद स्थानीय लोग दहशत में हैं.
घटना की सूचना पुलिस और बीसीसीएल प्रबंधन को दे दी गई. ग्रामीण मार्ग पूरी तरह से दहशत में बाधित हो गया है. घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है. वहीं, घटना को लेकर नया प्राथमिक डुमरीजोड स्कूल में आकस्मिक छुट्टी दे दी गई है. बताया जा रहा है कि इस क्षेत्र से हर दिन करीब 150 टन अवैध कोयले का उत्खनन होता है. इसके बावजूद इस ओर किसी का ध्यान नहीं जाता है.
इधर, अवैध खनन के दौरान जमीन धंसने की सूचना पर धनबाद के उपायुक्त संदीप सिंह घटनास्थल पर पहुंचे. फिलहाल घटनास्थल पर पुलिस-प्रशासन के लोग पहुंच चुके हैं. इस संबंध में उपायुक्त ने कहा कि भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के अस्थाई रूप से बंद खनन पट्टा क्षेत्र के पास सुबह करीब साढे़ आठ बजे 60 फुट कच्ची सड़क धंस गई.
हालांकि, उन्होंने यहां किसी के फंसे होने की पुष्टि नहीं की है. उल्लेखनीय है कि अवैध खनन में पहले भी लोग अपनी जान गंवाते रहे हैं. अभी एक महीना पहले ही दहीबाड़ी और सी पैच में अवैध खनन के दौरान जमीन धंसने से कई लोगों की जान चली गई थी. जिला प्रशासन ने भी उस समय पांच मौतों की पुष्टि की थी. हादसे के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मामले की जांच और अवैध खनन पर रोक लगाने का निर्देश दिया था, लेकिन हकीकत आज की घटना ने बयां कर दिया.