मेरी मौत के लिए डीजीएम जिम्मेदार और गेल के इंजीनियर ने शिप्रा नदी में कूदकर की आत्महत्या
By मुकेश मिश्रा | Published: October 17, 2023 04:30 PM2023-10-17T16:30:32+5:302023-10-17T16:39:03+5:30
पीथमपुर में एक सिविल इंजीनियर ने शिप्रा नदी में कूदकर जान दे दी है। पुलिस द्वारा इंजीनियर की डेडबॉडी की तलाश जारी है। पुलिस को इंजीनियर की कार से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। इस नोट में इंजीनियर ने कंपनी के डीजीएम को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है।
इंदौर: पीथमपुर स्थित गैस कंपनी गेल में सिविल इंजीनियर के पद पर तैनात विनोद शर्मा ने क्षिप्रा नदी में कुदकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के लिए उन्होंने कंपनी के डीजीएम को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि, पुलिस को इंजीनियर की डेडबॉडी नहीं मिली है। पुलिस के द्वारा तलाश जारी है। इधर परिवार में गम का माहौल बना हुआ है।
विनोद इंदौर के गुलाब बाग का रहने वाला है
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवास जयवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि कल दोपहर करीब दो बजे अपनी कार में सवार होकर विनोदा शर्मा घर से निकले थे। शाम को जब वह घर नहीं पहुंचे तो परिजनो ने मोबाइल पर फोन लगाया। रिंग जा रही थी लेकिन कॉल रिसीव नहीं हो रहा था। परिजन परेशान होकर उसे तलाशने निकले। पहले वह मांगलिया टोल पर पहुंचे तो विनोद शर्मा के सीसीटीवी फुटेज वहां मिल गए।
वह शिप्रा तरफ जाते दिखाई दिया। परिजन शिप्रा पुल पर पहुंचे तो उसकी कार पुल के बीचों बीच सर्विस रोड पर खड़ी दिखाई दी। कार के गेट खुले थे। उसमें पर्स, मोबाइल और अन्य सामान मिल गया। साथ ही में एक सुसाइड नोट भी मिला। परिजन ने नोट पढ़ा तो लिखा था कि मैं विनोद कुमार शर्मा अपने पूरे होंशों हवास में लिख रहा हूं कि मेरी मौत के लिए मनीष प्रसाद (डीजीएम, जीएमएल पीथमपुर) जिम्मेदार हैं। उन्होंने मुझे मानसिक रूप से बहुत प्रताड़ित किया है।
बॉडी तलाश रही पुलिस कामयाबी नहीं
परिजन पहले इंदौर जिले में स्थित क्षिप्रा थाने पहुंचे। क्षिप्रा पुलिस मौके पर पहुंची तो घटना स्थल देवास जिले का था। परिजन देवास पुलिस के पास गए और पूरे मामले की जानकारी दी। गोताखोर नदी में विनोद की डेडबॉडी तलाश रहे हैं फिलहाल, अभी तक बॉडी नहीं मिली है। पता चला है कि विनोद शर्मा का बच्चा मनोरोगी हैं। जिसके चलते उसने ऑफिस से 20 दिनों की छुट्टी ले रखी थी।