नागपुर फ्लाइंग क्लब काे प्रशिक्षण की ही अनुमति नहीं, डीजीसीए के पास प्रस्ताव लंबित, अब तक नहीं किया निरीक्षण
By वसीम क़ुरैशी | Published: September 11, 2021 08:15 PM2021-09-11T20:15:06+5:302021-09-11T20:15:54+5:30
17 जून 2017 से क्लब की उड़ानें बंद हैं. इसके बाद विमानाें के इंजन बदलने के काम की शुरुआत हुई. चार साल बाद अभी भी एक विमान नहीं सुधर पाया है.
नागपुरः चार साल तीन महीने का अरसा बीत रहा है, लेकिन अब तक नागपुर फ्लाइंग क्लब से प्रशिक्षण उड़ानें शुरू ही नहीं हाे पाई हैं. हद से ज्यादा धीमी गति से चले प्रशासकीय कार्याें के चलते इसे अब तक प्रशिक्षण उड़ानें संचालित करने की ही अनुमति (एफटीओ लाइसेंस) नहीं मिल पाई है.
17 जून 2017 से क्लब की उड़ानें बंद हैं. इसके बाद विमानाें के इंजन बदलने के काम की शुरुआत हुई. चार साल बाद अभी भी एक विमान नहीं सुधर पाया है. करीब एक वर्ष पूर्व तीन तैयार विमानाें का एयरवर्दिनेस सर्टिफिकेट (एआरसी) हासिल किया गया.
क्लब काे लाइसेंस के लिए क्लब में विमान उड़ने के लिए तैयार विमान और स्टाफ जरूरी हाेता है. विमानाें काे तैयार करने के साथ ही स्टाफ की भर्ती शुरू की गई. एक माह पूर्व ही डिप्टी चीफ फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर सहित अन्य पदाें पर नियुक्ति के बाद फ्लाइट ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन (एफटीओ लाईसेंस) के लिए डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) के पास आवेदन किया गया.
देश के चंद सरकारी फ्लाइंग क्लब में से नागपुर का क्लब भी एक है. लेकिन अन्य के मुकाबले यहां का वातावरण प्रशिक्षण उड़ानाें के लिहाज से बेहतर है. नागपुर में इंटरनेशनल एयरपाेर्ट के साथ विश्वस्तरीय एमआरओ के साथ फ्लाइट ट्रेनिंग यहां के एविएशन क्षेत्र काे एक पूर्णता प्रदान करता है.
जानकाराें की राय में फ्लाइट ट्रेनिंग के इस अधूरेपन काे उपराजधानी के विकास से जाेड़ते हुए यदि राजनीतिक ताैर पर भी जाेर लगाया जाए ताे ये क्लब जल्द शुरू हाे सकता है. देश और दुनिया में पायलटाें की भारी कमी है. नागपुर फ्लाइंग क्लब खुद इस कमी का शिकार रहा है.
हैरत की बात ताे ये है कि ये क्लब इसी कमी काे पूरा कर सकता है. यहां विमान उड़ाने की ट्रेनिंग लेकर कई युवा अपना करियर बना सकते हैं. हालांकि चार साल पहले यहां एडमिशन लेने वाले चंद प्रशिक्षणार्थी ऐसे भी हैं जिनका करियर इस क्षेत्र में महज इसलिए नहीं बन पाया क्याेंकि क्लब ही शुरू नहीं था.
तैयारी पूरी है
एफटीओ लाइसेंस के लिए हमारी ओर से पूरी तैयारी की जा चुकी है. डीजीसीए के पास अप्रूवल के लिए अप्लाई किया जा चुका है. डीजीसीए की टीम के दाैरा करने के बाद ही अनुमति की कार्यवाही आगे बढ़ेगी. क्लब के चार विमान में से तीन तैयार हैं, एक में माइनर मेंटेनेंस शेष है. -मिलिंद साल्वे, मैनेजिंग डायरेक्टर, नागपुर फ्लाइंग क्लब