कुरान में बदलाव के लिये याचिका दाखिल करने वाले वसीम रिजवी के खिलाफ प्रदर्शन : गिरफ्तारी और सख्त सजा की मांग
By भाषा | Updated: March 14, 2021 19:11 IST2021-03-14T19:11:35+5:302021-03-14T19:11:35+5:30

कुरान में बदलाव के लिये याचिका दाखिल करने वाले वसीम रिजवी के खिलाफ प्रदर्शन : गिरफ्तारी और सख्त सजा की मांग
लखनऊ/बरेली (उत्तर प्रदेश), 14 मार्च उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी द्वारा कुरान शरीफ से 26 आयतें हटवाने के इरादे से उच्चतम न्यायालय में अर्जी दाखिल किये जाने के विरोध में रविवार को राजधानी लखनऊ स्थित बड़े इमामबाड़े में व्यापक प्रदर्शन किया गया।
शिया धर्म गुरु और ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य मौलाना कल्बे जव्वाद की अगुवाई में बड़ी संख्या में लोगों ने शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी का विरोध करते हुए उनके खिलाफ दुनिया भर के मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की मांग की।
मौलाना जव्वाद ने संवाददाताओं से कहा कि वसीम रिजवी ऐसे लोगों की जमात में शामिल हैं जो अपने वजूद तक को झुठलाते हैं और अपने ही मजहब से गद्दारी करते हैं। वह कौम के खिलाफ गम्भीर हरकतें पहले भी करते आये हैं लेकिन इस बार उन्होंने कुरान शरीफ पर उंगली उठाकर सारी सीमाएं पार कर दी हैं।
उन्होंने कहा कि कुरान शरीफ दुनिया की निर्विवाद किताब है। यह किसी और का नहीं बल्कि खुद अल्लाह का कलाम है। इसमें बदलाव करना तो दूर, इसके बारे में सोचना भी बहुत बड़ा गुनाह है। मगर लगता है कि मजहब के दुश्मनों के हाथों अपना जमीर बेच चुके रिजवी के लिये यह बात भी अब मायने नहीं रखती। उन्होंने आरोप लगाया कि अरबों रुपये का वक्फ घोटाला करने वाले रिजवी ने सीबीआई की कार्रवाई से बचने के लिये ऐसा शर्मनाक हथकंडा अपनाया है।
जव्वाद ने सरकार ने मांग की कि रिजवी को दुनिया भर के मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में फौरन गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए और मुकदमा चलाकर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही उन पर भारी जुर्माना भी लगाया जाए।
उधर, बरेलवी मुसलमानों की आस्था के प्रमुख केन्द्र दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीं मुफ्ती अहसन रजा कादरी ने वसीम रिजवी द्वारा कुरान शरीफ से 26 आयतें हटवाने के इरादे से उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाये जाने की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि इस पवित्र ग्रंथ में नुक्ता बराबर भी बदलाव मुमकिन नहीं है।
सज्जादानशीं मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी उर्फ अहसन मियां ने एक बयान में कहा कि अल्लाह की पाक किताब कुरान से 26 आयतें हटाने के लिए उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल करने वाले वसीम रिज़वी दरअसल कुरान और इस्लाम के दुश्मन हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि रिजवी सस्ती लोकप्रियता हासिल करने और अरबों रुपये के वक्फ घोटाले में कार्रवाई से बचने के लिये ऐसा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कुरान की हिफाजत का जिम्मा खुद अल्लाह ने ले रखा है। इससे पहले भी सैकड़ों बार कुरान पर हमले हुए हैं लेकिन कोई उसमें एक नुक्ते भर भी बदलाव नहीं कर सका। ये किताब लगभग 1400 साल पहले मुहम्मद साहब पर नाज़िल हुई थी, तब से आज तक इसमें नुक़्ता बराबर भी बदलाव नहीं हुआ और न ही कयामत तक तब्दीली की कोई गुंजाइश है।
क़ादरी ने कहा कि कुरान न सिर्फ मुसलमानों बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक वरदान है और यह लोगों को बेहतर जिंदगी गुजारने के लिये अल्लाह के कानून से वाकिफ कराती है। कुरान का हर अक्षर सही और अटल है। इसकी किसी भी आयत से समाज में किसी तरह का गलत संदेश नहीं पहुंचता।
उन्होंने मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि वे वसीम रिजवी की इस हरकत पर उग्र प्रतिक्रिया न दें। अरबों रुपये का वक्फ घोटाला करके सीबीआई जांच का सामना कर रहे रिजवी ने खुद को बचाने के लिये कुरान शरीफ पर निशाना साधकर सारी हदें पार कर दी हैं और अल्लाह ही उसे ऐसी सजा देंगे, जो सारी दुनिया के लिये एक उदाहरण बनेगी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने कुरान शरीफ की 26 आयतों को हटाने के लिये उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। उनका दावा है कि इन आयतों से आतंकवाद फैलता है और इन्हें पढ़ाकर आतंकवादी तैयार किये जा रहे हैं।
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