महिलाओं से कथित यौन दुराचार के मामले में न्यायिक जांच की मांग

By भाषा | Published: January 24, 2021 03:17 PM2021-01-24T15:17:58+5:302021-01-24T15:17:58+5:30

Demand for judicial inquiry into alleged sexual misconduct from women | महिलाओं से कथित यौन दुराचार के मामले में न्यायिक जांच की मांग

महिलाओं से कथित यौन दुराचार के मामले में न्यायिक जांच की मांग

रायपुर, 24 जनवरी छत्तीसगढ़ के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिलासपुर जिले के उज्ज्वला गृह में महिलाओं के साथ हुए कथित यौन दुराचार मामले की न्यायिक जांच कराये जाने की मांग की है।

जिले के उज्ज्वला गृह में महिलाओं के साथ हुए कथित यौनाचार के मामले में पुलिस इस गृह के संचालक और तीन महिला कर्मचारियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘‘यह बेहद शर्मनाक स्थिति है कि सरकार द्वारा संचालित इस शेल्टर होम में युवतियों के साथ न केवल यौन शोषण, दुष्कर्म जैसी कथित घटनाएं हुईं बल्कि देह-व्यापार के लिए बाहर जाने से मना करने वाली युवतियों को प्रताड़ित कर उनसे मारपीट की जाती रही।’’

कौशिक ने कहा है कि बिलासपुर के उज्ज्वला गृह के मामले में पुलिस खुद आरोपों को घेरे में है, इसलिए इस मामले में पुलिस की भूमिका को भी जांच के दायरे में लिया जाए।

उन्होंने इन घटनाओं को अंजाम देने वाले दोषियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में पीड़ित युवतियों को इंसाफ दिलाने के बजाए जांच में लीपापोती कर आरोपियों की मदद की जा रही है।

कौशिक ने इस मामले में तत्काल न्यायिक जांच आयोग का गठन कर इस पूरे मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘‘उज्ज्वला गृह में जो कुछ हुआ है, वह पूरे राज्य को शर्मसार करने वाली घटना है। अगर सरकार के संरक्षण में रह रहीं बेटियां ही सुरक्षित नहीं हैं तब राज्य के दूसरे हिस्सों में बेटियों की स्थिति क्या होगी, इसका अनुमान लगाया जा सकता है।’’

राज्य के बिलासपुर जिले में संचालित उज्ज्वला गृह को स्वयंसेवी संस्था शिवमंगल शिक्षण समिति संचालित करती है। गत 17 जनवरी को जब 20 वर्षीय एक महिला को उसके परिजन उसे लेने उज्ज्वला गृह पहुंचे तब वहां रहने वाली महिलाओं ने अपने साथ यौन दुराचार होने की शिकायत की थी। इस दौरान उज्ज्वला गृह और महिला के परिजनों के मध्य विवाद भी हुआ था। विवाद के बाद सरकंडा थाना पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था।

महिलाओं ने मंगलवार को पत्रकारों के सामने पेश होकर आरोप लगाया था कि उज्ज्वला गृह में दुष्कर्म , शारीरिक प्रताड़ना और नशे की गोली खिलाना आम बात है। एक महिला ने उज्ज्वला गृह के संचालक जितेंद्र मौर्य पर दुष्कर्म का आरोप भी लगाया था।

घटना के बाद पुलिस ने उज्ज्वला गृह के संचालक जितेन्द्र मौर्य और वहां काम करने वाली तीन महिला कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है तथा उज्ज्वला गृह को सील कर दिया गया है।

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Web Title: Demand for judicial inquiry into alleged sexual misconduct from women

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