दिल्ली हिंसा में मारे गए युवक के पिता हरि सिंह सोलंकी ने बिलखते हुए कहा- कपिल मिश्रा आग लगा के घर में घुस गया, अब हमारे बेटे मर रहे हैं
By रामदीप मिश्रा | Published: February 26, 2020 11:01 AM2020-02-26T11:01:52+5:302020-02-26T11:01:52+5:30
Delhi Violence: कपिल मिश्रा ने गत रविवार को जाफराबाद इलाके में मौजपुर चौक पर सीएए के समर्थकों का नेतृत्व किया था, जिसके बाद यहां सीएए समर्थक और विरोधी समूहों में हिंसा भड़की। दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर में सोमवार को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष हो गया था।
उत्तरपूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में अबतक 18 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों में कई ऐसे लोग हैं जिनके गोली लगी हुई है। वहीं, सोमवार को करावल नगर की हुई हिंसा में मार्केट एग्जिक्यूटिव राहुल सोलंकी की मौत हो गई थी, उनकी मौत गोली लगने से हुई थी। इस बीच मृतक के परिजनों ने बीजेपी नेता कपिल मिश्रा को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राहुल के पिता हरि सिंह सोलंकी ने अपने बेटे को खोने की पीड़ा में बिलखते हुए कहा, 'कपिल मिश्रा आग लगा के अपने घर में घुस गया और अब हम जैसों के बेटे मर रहे हैं। अगर इसे रोका नहीं गया, तो लोग अपने बच्चों को खोते रहेंगे। उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
इसके अलावा परिजनों ने आरोप लगाया है कि एक प्राइवेट अस्पताल राहुल को भर्ती करने के लिए तैयार नहीं हुआ। इसके बाद उसे जीटीबी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। राहुल किराने का सामान लेने बाहर गया हुआ था और वह जिस समय सामान लेकर वापस आ रहा था उसी समय उग्र भीड़ ने उसपर हमला बोल दिया, जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गया था। बताया गया है कि राहुल के गले में गोली लगी थी।
इसके अलावा मारे गए लोगों में घोंडा निवासी विनोद कुमार भी शामिल था, जिसे मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था। जाफराबाद के पास कर्दमपुरी से मोहम्मद फुरकान की भी मौत हो गई है, जिसकी 2014 में शादी हुई थी और उसके दो बच्चे हैं। उसके भाई मोहम्मद इमरान ने कहा, 'दोनों भाई हस्तशिल्प व्यवसाय में थे। वह अपने बच्चों के लिए कुछ खाने के लिए लेने गया था। किसी ने मुझसे कहा कि उसे गोली मार दी गई है। मुझे विश्वास नहीं हुआ क्योंकि मैं उससे मुश्किल से एक घंटे पहले मिला था। मैं उसे फोन करता रहा... मैं फिर जीटीबी अस्पताल पहुंचा। मुझे बताया गया कि वह मर चुका है।'
इमरान ने बीजेपी नेता कपिल मिश्रा के ट्वीट को दोषी ठहराया जिन्होंने दिल्ली पुलिस को प्रदर्शनकारियों को सड़कों से हटाने के लिए अल्टीमेटम दिया था और कहा था कि लोग ट्रंप के भारत में रहने तक ही शांत रहेंगे। उन्होंने कहा कि उससे पहले तक सब कुछ शांतिपूर्ण था।
दरअसल, कपिल मिश्रा ने गत रविवार को जाफराबाद इलाके में मौजपुर चौक पर सीएए के समर्थकों का नेतृत्व किया था, जिसके बाद यहां सीएए समर्थक और विरोधी समूहों में हिंसा भड़की। दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर में सोमवार को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष हो गया था। प्रदर्शनकारियों ने कई घरों, दुकानों तथा वाहनों में आग लगा दी और एक-दूसरे पर पथराव किया था।