दिल्ली हिंसा: अदालत ने जामिया के छात्र को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेजा
By भाषा | Published: April 3, 2020 07:30 PM2020-04-03T19:30:32+5:302020-04-03T19:30:32+5:30
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में राजद की छात्र इकाई ने भी हैदर की रिहाई की मांग की थी और कहा था कि पुलिस को जनता का मित्र बनना चाहिए न कि लोगों को भयभीत करने वाला।
नयी दिल्ली: दिल्ली की एक अदालत ने उत्तरपूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक दंगे भड़काने की कथित साजिश रचने के लिए गिरफ्तार किये गये जामिया मिल्लिया इस्लामिया के एक छात्र को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। एक वकील ने यह जानकारी दी। जामिया में पीएचडी का छात्र मीरान हैदर (35) राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की युवा इकाई का दिल्ली प्रदेश भी अध्यक्ष है।
इस मामले से जुड़े एक वकील के अनुसार पुलिस ने अदालत को बताया कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा से संबंधित मामले में बड़ी साजिश का पता लगाये जाने की जरूरत है जिसके बाद मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट प्रभजीत कौर ने हैदर को पूछताछ के लिए हिरासत में भेज दिया।
गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को राज्यसभा सदस्य और राजद नेता मनोज झा ने ट्वीट किया था, ‘‘दिल्ली पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया था और इसके बाद ऊपर से आदेश मिला और मीरान हैदर को गिरफ्तार कर लिया गया, जो कोरोना वायरस महामारी के समय लोगों की मदद कर रहा था।’’
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में राजद की छात्र इकाई ने भी हैदर की रिहाई की मांग की थी और कहा था कि पुलिस को जनता का मित्र बनना चाहिए न कि लोगों को भयभीत करने वाला।
जामिया समन्वय समिति (जेसीसी) ने भी हैदर की गिरफ्तारी की निंदा की और उसे तत्काल रिहा करने की मांग की। गौरतलब है कि सीएए समर्थकों और विरोधियों के बीच हुई हिंसा के बाद उत्तर पूर्वी दिल्ली में 24 फरवरी को भड़की सांप्रदायिक हिंसा में 53 लोगों की मौत हुई थी और लगभग 200 अन्य घायल हुए थे।