दिल्ली यूनिवर्सिटी ने पूरे किये 100 साल, केंद्र सरकार ने जारी किया शताब्दी टिकट और 100 रुपये का सिक्का
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 2, 2022 02:17 PM2022-05-02T14:17:54+5:302022-05-02T14:25:25+5:30
देश के कुल 45 सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एक दिल्ली यूनिवर्सिटी की ऐतिहासिक यात्रा को देखते हुए केंद्र सरकार ने शताब्दी स्मारक टिकट और 100 रुपए मूल्य का स्मारक सिक्का जारी किया।
दिल्ली: 750 छात्रों के साथ 1 मई 1922 को शुरू हुए दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) ने अपने सफर के 100 साल पूरे कर लिये हैं। शताब्दी वर्ष पर डीयू में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन में देश के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित कई लोगों ने शिरकत की।
देश के कुल 45 सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एक दिल्ली यूनिवर्सिटी की ऐतिहासिक यात्रा को देखते हुए केंद्र सरकार ने शताब्दी स्मारक टिकट और 100 रुपए मूल्य का स्मारक सिक्का जारी किया। इस यूनिवर्सिटी का अपना ऐतिहासिक महत्व इसलिए भी है क्योंकि शहीद भगत सिंह ने इस संस्थान में एक रात गुजारी थी और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी इसके सेंट स्टीफन कॉलेज में रह चुके हैं।
100 साल पहले डीयू की नींव पड़ी थी तो इसका कुल बजट महज 40 हजार रुपए था। वहीं अगर हम मौजूदा समय की बात करें तो आज डीयू का बजट 838 करोड़ रुपये से अधिक का है।
डीयू के शताब्दी दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शरीक हुए उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने यूनिवर्सिटी की शताब्दी वेबसाइट भी लॉन्च की। साल 2022 के दिक्षांत समारोह में डीयू ने छात्रों को 1,73,541 डिजिटल डिग्रियां प्रदान की।
डीयू के मुताबिक साल 2022 में जो कुल डिग्रियां दी गईं, उनमें 77,563 डिग्रियां रेगुलर कॉलेजों के छात्रों ने प्राप्त की, जिनमें अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट दोनों ही पाठ्यक्रमों के छात्र शामिल हैं। इसके अलावा एसओएल में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में भी 91,850 छात्रों को और पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में 1 हजार 126 छात्रों को डिग्रियां दी गईं।
डीयू की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार यूनिवर्सिटी आज के वक्त में 6 लाख 6 हजार 228 छात्रों को शिक्षा दे रहा है। आज से 100 साल पहले 1 मई 1922 को सिर्फ 3 कॉलेजों के साथ शुरू हुए इस यूनिवर्सिटी के 90 कॉलेजों में 16 फैकल्टी चलती है, जिसमें हजारों शिक्षक पढ़ा रहे हैं।
समारोह के विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने अपने भाषण में डीयू के 100 वर्ष पूरे होने पर वाइस चांसलर, शिक्षकों, और छात्रों के साथ डीयू से जुड़े सभी गैर शिक्षक कर्मचारियों को बधाई दी। शिक्षा मंत्री प्रदान ने कहा कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के 100 साल की स्वर्णिम यात्रा में छात्रों और शिक्षकों का का अहम योगदान रहा है।
उन्होंने कहा कि देश आजादी का अमृतमहोत्सव मना रहा है और डीयू अपना शताब्दी वर्ष। जब देश की आजादी के 100 साल होंगे तो डीयू अपनी स्थापना के 125वीं वर्ष मनाएगा। इसलिए अगले 25 सालों डीयू को शिक्षा के क्षेत्र में बहुत कुछ करना है।
इस मौके पर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर योगेश सिंह ने कहा कि इन 100 सालों में यूनिवर्सिटी देश के हर घर और हर मन में अपनी जगह बना चुकी है। प्रोफेसर योगेश सिंह ने डीयू की स्थापना को लेकर कानूनी प्रक्रियाओं से लेकर इसके 100 वर्षों के स्वर्णिम इतिहास पर भी प्रकाश डाला।
शताब्दी समारोह शुरू होने से पहले सुबह में वाइस चांसलर प्रोफेसर योगेश सिंह ने डीयू परिसर में 165 फुट ऊंचे राष्ट्र ध्वज को भी फहराकर समारोह के उद्घााटन की शुरूआत की थी।