दिल्ली को जल्द मिलेगी चौथी वंदे भारत एक्सप्रेस, राष्ट्रीय राजधानी से जयपुर तक चलेगी सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन
By मनाली रस्तोगी | Published: March 18, 2023 01:16 PM2023-03-18T13:16:53+5:302023-03-18T13:17:43+5:30
वंदे भारत ट्रेनें दिल्ली और जयपुर के बीच यात्रा के समय को काफी कम कर देंगी जो 310 किलोमीटर दूर हैं।

(फाइल फोटो)
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे जल्द ही राष्ट्रीय राजधानी से राजस्थान के जयपुर के लिए एक नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शुरू करने की योजना बना रहा है। टाइम्स नाउ ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना करने की तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी। बता दें कि यह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से चौथी सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन होगी।
वंदे भारत एक्सप्रेस की अधिकतम व्यावसायिक गति 160 किमी/घंटा है और कई मार्गों पर यह वर्तमान में 130 किमी/घंटा की अधिकतम गति से संचालित की जाती है। वंदे भारत ट्रेनें दिल्ली और जयपुर के बीच यात्रा के समय को काफी कम कर देंगी जो 310 किलोमीटर दूर हैं।
फिलहाल, दिल्ली से तीन वंदे भारत ट्रेनें हैं। ये तीनों रूट नई दिल्ली-वाराणसी, नई दिल्ली-श्री वैष्णो देवी माता कटरा (जम्मू-कश्मीर) और नई दिल्ली-अंब अंदौरा (हिमाचल प्रदेश) हैं। वर्तमान में भारत में 10 रूटों पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं।
ये 10 रूट मुंबई सेंट्रल - अहमदाबाद - गांधीनगर राजधानी हैं; मुंबई - साईंनगर शिरडी, मुंबई - सोलापुर, नई दिल्ली-वाराणसी, नई दिल्ली - श्री वैष्णो देवी माता कटरा, अंब अंदौरा - नई दिल्ली, मैसूर - पुरची थलाइवर डॉ। एमजीआर चेन्नई सेंट्रल, नागपुर - बिलासपुर, हावड़ा - न्यू जलपाईगुड़ी और सिकंदराबाद - विशाखापत्तनम हैं।
रेलवे आने वाले महीनों में देश भर में और अधिक वंदे भारत ट्रेनें शुरू करने की योजना बना रहा है और अगले तीन-चार वर्षों में ऐसी 400 ट्रेनें शुरू करेगा। रेलवे अधिकारियों ने हाल ही में कहा था कि वे दिल्ली से वाराणसी तक वंदे भारत ट्रेनों की आवृत्ति बढ़ाएंगे। दिल्ली-वाराणसी वीबी ट्रेन पांच दिनों के बजाय अब सप्ताह में छह दिन चलेगी। अधिकारियों का कहना है कि अगले हफ्ते से फ्रिक्वेंसी बढ़ाई जाएगी।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें वर्तमान में भारत में चलने वाली तेज़ ट्रेनें हैं। स्वदेशी रूप से विकसित रेलगाड़ियाँ कई आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हैं, जैसे स्वचालित दरवाजे, ऑन-बोर्ड वाई-फाई, जीपीएस-आधारित यात्री सूचना प्रणाली, जैव-शौचालय और सीसीटीवी कैमरे। गति और ऊर्जा दक्षता में सुधार के लिए कोचों को अनुकूलित वायुगतिकी और हल्के पदार्थों के साथ डिजाइन किया गया है।