दिल्ली: एम्स में ओपीडी के गंभीर मरीजों के लिए लागू हुई विशेष अल्ट्रासाउंड व्यवस्था, जानिए कैसे उठा सकते हैं इसका फायदा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 13, 2022 02:56 PM2022-02-13T14:56:05+5:302022-02-13T15:04:10+5:30
एम्स के रेडियो-डायग्नोसिस और इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी विभाग ने बताया है कि ओपीडी (बहिरंग विभाग) मरीजों के लिए शुरू किया है। इस सुविधा के तहत मरीजों की अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट उसी दिन जारी कर दी जाएगी, जिस दिन अल्ट्रासाउंड को किया जाएगा।
दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने अपने यहां आने वाले गंभीर ओपीडी रोगियों के लिए उसी दिन अल्ट्रासाउंड करने और रिपोर्ट देने की सुविधाएं शुरू की है।
इस मामले में जानकारी देते हुए एम्स के रेडियो-डायग्नोसिस और इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी विभाग ने बताया है कि ट्रायल के तौर पर इसे ओपीडी (बहिरंग विभाग) मरीजों के लिए शुरू किया है। इस सुविधा के तहत मरीजों की अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट उसी दिन जारी कर दी जाएगी, जिस दिन अल्ट्रासाउंड को किया जाएगा।
इस संबंध में एम्स की ओर से शनिवार को जानकारी देते हुए बताया गया है कि “बहिरंग विभाग के गंभीर मरीजों को बेहतर इलाज देने के लिए शुरू किये इस विशेष सुविधा के तहत रेडियोलॉजी विभाग मरीज के बीमारी की गंभीरता को देखते हुए सेम डे अल्ट्रासाउंड परीक्षण करेगा और रिपोर्ट देगा। इसके लिए 35 मरीजों को बीमारी की गंभीरता के हिसाब से वरियता देते हुए नए आरएके ओपीडी बेसमेंट में उसी दिन अल्ट्रासाउंड किया जाएगा।
हांलांकि, इस अल्ट्रासाउंड परीक्षण में केवल उन्हीं मरीजों को वरियता दी जाएगी, जिन्हें इलाज के लिए उसी दिन अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट की जरूरत होगी। इसके अलावा वरिष्ठ नागरिकों, विकलांगों या गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को भी इस सुविधा में वरीयता दी जाएगी।
एम्स की ओर से जारी अधिसूचना में बताया गया है कि ओपीडी के गंभीर मरीजों को यह सुविधा तभी मिलेगी जब एम्स के डॉक्टर उनकी पर्ची पर इस बात का उल्लेख करेंगे कि उन्हें अल्ट्रासाउंड की सख्त जरूरत है और उसी दिन उन्हें रिपोर्ट भी चाहिए। इसके बाद अल्ट्रासाउंड के लिए डॉक्टर की पर्ची को मरीज के परिजनों द्वारा दोपहर 1 बजे से पहले अपॉइंटमेंट काउंटर पर जमा करना होगा।
हालांकि, अल्ट्रासाउंड की यह विशेष सुविधा उन मरीजों को नहीं मिलेगी जिन्हें अल्ट्रासाउंड स्कैनिंग के लिए रात में फास्ट रखने को कहा गया हो या फिर जिन्हें डॉपलर अल्ट्रासाउंड स्कैनिंग करानी हो या फिर प्रेगनेंट महिलाएं भी इस विशेष सुविधा की पात्र नहीं होंगी।
ओपीडी सेवा के लिए जारी की गई इस नवीन सुविधा में चूंकि एक दिन में केवल 35 मरीजों के अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था की गई है, इसलिए एम्स प्रशासन ने डॉक्टरों के विवेकपूर्ण सिफारिश पर ही इसे उपयोग में लाने की बात कही है। मालूम हो कि एम्स ने हाल ही में एक 'स्मार्ट लैब' की स्थापना की है, इस लैब में एक ही दिन में दो लाख से अधिक परीक्षण करने की क्षमता मौजूद है।