प्रदूषण की गिरफ्त में दिल्ली, गोपाल राय ने लोगों से की वर्क फ्रॉम होम की अपील, पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं के लिए केंद्र को ठहराया जिम्मेदार
By अनिल शर्मा | Published: November 2, 2022 12:24 PM2022-11-02T12:24:42+5:302022-11-02T12:33:50+5:30
पंजाब में मंगलवार को पराली जलाने की रिकॉर्ड 1,842 घटनाएं दर्ज की गईं जिसे लेकर विपक्षी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को आड़े हाथ लिया।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' होने के बाद दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने लोगों से घर से काम करने की अपील की। गोपाल राय ने कहा कि 50 प्रतिशत प्रदूषण वाहनों से होता है, यदी संभव हो ते घर से ही काम करें और निजी वाहन निकालने से बचें।
गौरतलब है कि दिल्ली में वायु गुणवत्ता बुधवार को भी 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी हुई है और राष्ट्रीय राजधानी का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 354 दर्ज हुआ। गोपाल राय ने कहा कि मैं लोगों से अपील करता हूं, यदि संभव हो तो घर से काम करें और निजी वाहन निकालने से बचें।
गोपाल राय ने कहा कि लोगों को पटाखे नहीं फोड़ने चाहिए। वहीं पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि पंजाब में पराली जलाना केंद्र के कारण हो रहा है क्योंकि उन्होंने इसे रोकने के लिए पंजाब सरकार, किसानों का समर्थन नहीं किया।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने लोगों से अपील की कि कहीं भी निर्माण कार्य होता देखें तो फोटो खींचकर ग्रीन एप पर भेजें। उन्होंने कहा कि कल भाजपा दफ्तर में निर्माण कार्य चल रहा था, हों सकता है भाजपा वाले कहीं और भी ऐसा निर्माण कार्य चलवा रहें हैं। गोपाल राय ने इस दौरान लोगों से कोयला या लकड़ी का उपयोग न करने की अपील की। उन्होंने कहा कि बायोमास बर्निंग से प्रदूषण फैलता है। सोसायटी और RWA सुरक्षा गार्ड को इलेक्ट्रिक हीटर दें ताकि वो ठंड से बचने के लिए खुले में आग न जलाएं।
पंजाब में मंगलवार को पराली जलाने की रिकॉर्ड 1,842 घटनाएं दर्ज की गईं जिसे लेकर विपक्षी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को आड़े हाथ लिया। पराली जलाने की बढ़ती घटनाओं पर भाजपा ने दिन में आप सरकार को घेरते हुए कहा कि वह अपनी ‘‘गहरी नींद’’से जागे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए पार्टी ने रेखांकित किया कि इससे पहले वह पराली जलाने की घटनाओं को रोक पाने में असफल होने पर पूर्ववर्ती पंजाब सरकार पर निशाना साधते थे और दिल्ली के प्रदूषण के लिए जिम्मेदार ठहराते थे।
बता दें कि नोएडा (उत्तर प्रदेश) में वायु गुणवत्ता 406 के एक्यूआई के साथ 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई जबकि हरियाणा के गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता 346 के एक्यूआई के साथ 'बहुत खराब' श्रेणी में है।