Ranbaxy के पूर्व सीईओ मलविंदर सिंह को दिल्ली पुलिस ने धोखाधड़ी मामले में किया गिरफ्तार
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 11, 2019 09:39 AM2019-10-11T09:39:19+5:302019-10-11T09:39:19+5:30
फोर्टिस के सह-संस्थापक शिविन्दर सिंह और तीन अन्य लोगों को रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (आरएफएल) के कोष में 2,397 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी के लिये गिरफ्तार किया गया।
दिल्ली पुलिस ने कथित धोखाधड़ी मामले में शुक्रवार को फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रमोटर और रैनबैक्सी के पूर्व सीईओ मलविंदर मोहन सिंह को गिरफ्तार किया है। मलविंदर सिंह के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था।
इससे पहले गुरुवार को फोर्टिस के सह-संस्थापक शिविन्दर सिंह और तीन अन्य लोगों को रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (आरएफएल) के कोष में 2,397 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी के लिये गिरफ्तार किया गया।
आर्थिक अपराध शाखा ने रेलिगेयर इंटरप्राइसेज लिमिटेड (आरईएल) के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सुनील गोधवानी (58), कवि अरोड़ा (48) और अनिल सक्सेना को भी धन की कथित हेराफेरी और अन्य कंपनियों में निवेश के लिये गिरफ्तार किया है, जो आरईएल तथा आरएफएल में महत्वपूर्ण पदों पर रहे।
आरएफएल आरईएल की सहयोगी कंपनी है। शिविन्दर और उसका भाई मलविंदर इससे पहले आरईएल के प्रमोटर रह चुके हैं। पुलिस ने कहा कि चारों लोगों को पूछताछ के बाद हिरासत में ले लिया गया।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (आर्थिक अपराध शाखा) ओपी मिश्रा ने कहा, "उन्होंने बिना वित्तीय हैसियत की अपने नियंत्रण वाली कंपनियों को कर्ज की राशि देकर आरएफएल को खराब वित्तीय हालत में रखा। जिन कंपनियों को कर्ज की राशि दी गई उन्होंने जानबूझकर पैसा वापस लौटाने से इंकार कर दिया, जिससे आरएफएल को 2,397 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।"