Delhi New LG: विनय कुमार सक्सेना दिल्ली के नए उपराज्यपाल बने, अनिल बैजल की जगह लेंगे
By सतीश कुमार सिंह | Published: May 23, 2022 08:44 PM2022-05-23T20:44:05+5:302022-05-23T21:28:01+5:30
Delhi New LG: विनय कुमार सक्सेना को सोमवार को दिल्ली का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई।
Delhi New LG: खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना को सोमवार को दिल्ली का नया उपराज्यपाल (एलजी) नियुक्त किया गया। राष्ट्रपति के प्रेस सचिव ने बयान में कहा कि सक्सेना अपने पदभार ग्रहण करने की तारीख से दिल्ली के उपराज्यपाल होंगे।
सक्सेना, अनिल बैजल का स्थान लेंगे, जिन्होंने ''निजी कारणों'' का हवाला देते हुए पिछले सप्ताह पद से इस्तीफा दे दिया था। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान में कहा गया, ''भारत के राष्ट्रपति को विनय कुमार सक्सेना को उनके पदभार ग्रहण करने की तिथि से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली का उपराज्यपाल नियुक्त करते हुए प्रसन्नता हो रही है।''
सक्सेना ने 27 अक्टूबर, 2015 को केवीआईसी के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला था। दिल्ली के 22वें उपराज्यपाल होंगे। उल्लेखनीय है कि तत्कालीन उपराज्यपाल नजीब जंग के अचानक इस्तीफा देने के बाद 1969 बैच के आईएएस अधिकारी बैजल को दिसंबर 2016 में दिल्ली का 21वां उपराज्यपाल नियुक्त किया गया था।
Vinai Kumar Saxena to be the Lt. Governor of Delhi with effect from the date he assumes charge of his office, reads a statement of Press Secretary to the President
— ANI (@ANI) May 23, 2022
केवीआईसी मध्यम, लघु और सूक्ष्म उद्यम मंत्रालय के तहत कार्य करता है और खादी और ग्रामोद्योग कार्यक्रमों को लागू करने के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए जिम्मेदार है। इससे पहले, सक्सेना नेशनल काउंसिल फॉर सिविल लिबर्टीज के संस्थापक-अध्यक्ष थे, जिसने गुजरात के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में व्यापक राहत कार्य किया है।
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने निजी कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1969 बैच के अधिकारी बैजल को नजीब जंग के अचानक इस्तीफे के बाद दिसंबर 2016 में दिल्ली के 21वें उपराज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया था।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रियों ने 2018 में बैजल के कार्यालय में धरना भी दिया था। दिल्ली में तीन विषय भूमि, सेवाएं और कानून व्यवस्था सीधे उपराज्यपाल के दायरे में आते हैं। सेवा विभाग पर नियंत्रण का मामला अभी भी उच्चतम न्यायालय में है।
बैजल और आम आदमी पार्टी नीत सरकार का बड़ा टकराव जून 2018 में हुआ था जब केजरीवाल अपने मंत्रियों मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और गोपाल राय के साथ उपराज्यपाल कार्यालय में धरने पर बैठ गए थे।