दिल्ली: सीएम केजरीवाल के घर के बाहर धरने पर बैठे तीनों मेयर, डॉक्टरों को सैलरी न मिलने का मामला
By सतीश कुमार सिंह | Published: October 26, 2020 01:22 PM2020-10-26T13:22:22+5:302020-10-26T16:43:37+5:30
तीनों नगर निगम के महापौर निगम के कर्मचारियों को सैलरी न मिलने को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने के लिए उनके घर के बाहर बैठे हैं। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर ने बताया, "हम दो घंटे से बैठे हैं। हमारी चिंता तीनों नगर निगम के दो लाख कर्मचारी हैं।"
नई दिल्लीः कोविड संकट के बीच दिल्ली में निगम के कर्मचारी और डॉक्टरों की सैलरी ना मिलने के कारण हंगामा हो रहा है। डॉक्टर कई दिन से हड़ताल पर बैठे हुए हैं। उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित हिंदू राव अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने लंबित वेतन न दिए जाने के विरोध में कनॉट प्लेस पर प्रदर्शन किया।
उत्तरी दिल्ली के मेयर जय प्रकाश ने कहा कि अगर मिलने का समय दिया होता तो इनके घर के दरवाजे खुलते या तो मुख्यमंत्री जी बाहर आते या हमें अंदर बुलाया जाता। जैसे हम सुबह 11 बजे से आए हैं वैसे ही बैठे हुए हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि हमने इन्हें दो बजे का समय दिया था और ये अब तक नहीं आए हैं। अगर इनको समाधान चाहिए था तो आ जाते, बात करते पर इन्हें तो राजनीति करनी है। इनको इससे कोई मतलब नहीं है कि डॉक्टरों को तनख्वाह मिल रही है या नहीं।
तीनों नगर निगम के महापौर निगम के कर्मचारियों को सैलरी न मिलने को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने के लिए उनके घर के बाहर बैठे हैं। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर ने बताया, "हम दो घंटे से बैठे हैं। हमारी चिंता तीनों नगर निगम के दो लाख कर्मचारी हैं।" दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन आज दोपहर 2 बजे तीनों नगर निगम के महापौर से मिलेंगे।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित अस्पतालों के वरिष्ठ चिकित्सकों ने सोमवार को सामूहिक आकस्मिक अवकाश ले लिया। ऐसे में नगर निकायों द्वारा संचालित अस्पतालों में चिकित्सकों के लंबित वेतन को लेकर संकट और गहरा गया है।
अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो कल से हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे
म्युनिसिपल कॉरपोरेशन डॉक्टर्स एसोसिएशन (एमसीडीए) के अध्यक्ष आर आर गौतम ने कहा, “अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो कल से हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे।” एमसीडीए ने शनिवार को धमकी दी थी कि अगर पिछले तीन महीने का बकाया वेतन जारी नहीं किया गया तो उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) अस्पतालों के उसके सदस्य सामूहिक आकस्मिक अवकाश लेंगे।
संस्था ने हाल में एक बयान जारी कर अपने बकाए वेतन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हिंदूराव अस्पताल और कस्तूरबा अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ एकजुटता व्यक्त की थी। दोनों ही अस्पताल एनडीएमसी द्वारा संचालित किये जाते हैं।
डॉक्टरों ने अपनी मांग पर ध्यान आकर्षित करने के लिए रावण का पुतला भी फूंका। हिंदू राव अस्पताल के पांच रेजिडेंट डॉक्टरों ने पिछले तीन महीने का वेतन जारी करने की मांग को लेकर शुक्रवार को बेमियादी भूख हड़ताल शुरू की थी। इस बीच उत्तरी दिल्ली के महापौर जय प्रकाश ने प्रदर्शनकारियों से मिलकर उनसे अनशन समाप्त करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, “एनडीएमसी ने संघ द्वारा उठाई गयी सात मांगों पर काम करना शुरू कर दिया है। हमें उम्मीद है कि सभी डॉक्टर जल्द ही काम पर लौटेंगे।” इससे पहले हिंदू राव अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के सदस्यों ने कस्तूरबा अस्पताल और राजन बाबू टीबी अस्पताल के डॉक्टरों के साथ मिलकर यहां स्थित जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया।
Delhi: Mayors of all the three municipal corporations sit outside the residence of Chief Minister Arvind Kejriwal, over the non-payment of salaries of the employees of the municipal corporation. They say, "Either call us in or we'll sit here in protest. We won't move from here." pic.twitter.com/Qr1PgCrshz
— ANI (@ANI) October 26, 2020
धरने पर बैठे हुए तीनों मेयर का कहना है कि सरकार को उनसे बात करनी चाहिए, ताकि डॉक्टरों और अन्य एमसीडी कर्मचारियों की सैलरी का मसला सुलझ सके। उत्तरी दिल्ली के मेयर जय प्रकाश, पूर्वी दिल्ली के निर्मल जैन और साउथ दिल्ली की अनामिका सिंह ने धरना प्रदर्शन किया। मेयर्स का कहना है कि दिल्ली सरकार पर 13 हजार करोड़ का बकाया है, जबतक मुख्यमंत्री उनकी बात नहीं सुनेंगे वो धरने पर बैठे रहेंगे