नई दिल्ली: हनुमान जयंती के दिन दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई सांप्रदायिक हिंसा और पथराव के बाद आज एक बार फिर इलाके में पत्थर फेंके जाने की घटना सामने आई है। रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस टीम पर कुछ लोगों ने पत्थर फेंके। पुलिस एक फरार आरोपी के परिवारवालों से पूछताछ के लिए पहुंची थी। इसी दौरान लोगों ने और कुछ पड़ोसियों ने हंगामा किया। इस घटना में एक पुलिसवाले को हल्की चोट की सूचना है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस की एक टीम 'सोनू चिकना' नाम के एक आरोपी के परिवारवालों से पूछताछ के लिए गई थी। सोनू चिकना शनिवार को हुई हिंसा के एक वीडियो फायरिंग करता नजर आ रहा था। हालांकि, हिंसा की उस घटना के से वह गायब है। हालांकि सोनू चिकना के भाई को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। शनिवार की हिंसा के बाद से दरअसल कई ऐसे आरोपी गायब हैं औ पुलिस इनकी तलाश में जुटी है।
इस बीच सोमवार को इलाके में पत्थरबाजी के सवाल पर एडिशनल डीसीपी मयंक बंसल ने कहा कि वो स्थिति को अभी देख रहे हैं। वहीं, इलाके में रैपिड एक्शन फोर्स और पुलिस को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है।
जहांगीरपुरी के सी-ब्लॉक में पुलिस पर फेंके गए पत्थर
पुलिस के मुताबिक 16 अप्रैल की हिंसा के बाद 17 अप्रैल को एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें नीले रंग का कुर्ता पहने एक शख्स फायरिंग करता नजर आ रहा था। पुलिस इसी की तलाश और उसके परिवार से पूछताछ के लिए गई थी। आरोपी का घर सीडी पार्क रोड पर है।
पुलिस ने बताया परिवार के सदस्यों ने पत्थर फेंके थे। इनके खिलाफ कार्रवाई की गई है और एक शख्स को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने बताया कि अब स्थिति नियंत्रण में है।
दूसरी ओर दिल्ली के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने सोमवार को कहा कि जहांगीरपुरी हिंसा के सिलसिले में अब तक दोनों समुदायों के 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इसमें शामिल लोगों को वर्ग, पंथ या धर्म के आधार पर बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस प्रमुख ने इन दावों का भी खंडन किया कि हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान जहांगीरपुरी की एक स्थानीय मस्जिद में भगवा झंडा फहराने का प्रयास किया गया था।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग स्थिति को तनावपूर्ण बनाए रखने के लिए सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने की कोशिश कर रहे है।