Delhi Elections: BJP के स्टार प्रचारक योगी आदित्यनाथ दिल्ली में करेंगे ताबड़तोड़ 12 रैलियां
By स्वाति सिंह | Published: January 30, 2020 01:57 PM2020-01-30T13:57:07+5:302020-01-30T16:22:43+5:30
दिल्ली का शाहीन बाग इस वक्त देश में नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर एक अलग पहचान बन चुका है। वहीं, बीजेपी शाहीन बाग़ में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ जारी प्रदर्शन को सोची-समझी रणनीति के तहत हिन्दूवाद के परीक्षण के तौर पर ले रहा है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर राजधानी में दंगल जारी है। चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपनी पूरी स्टार प्रचारकों की की ताकत झोंक दी है। अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी चुनावी जंग में उतरने वाले हैं। बताया जा रहा है कि योगी दिल्ली के मुस्लिम बहुल इलाकों में प्रचार करेंगे, जिसमें जामिया नगर और शाहीन बाग शामिल हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सीएम योगी 1 से 4 फरवरी तक कई सभाएं करने वाले हैं।
मालूम हो कि दिल्ली का शाहीन बाग इस वक्त देश में नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर एक अलग पहचान बन चुका है। वहीं, बीजेपी शाहीन बाग़ में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ जारी प्रदर्शन को सोची-समझी रणनीति के तहत हिन्दूवाद के परीक्षण के तौर पर ले रहा है।
सभी चुनावी विशलेषकों ने अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी को साफ़ संकेत दिया है कि भाजपा नेतृत्व ने हिंदुत्व कार्ड का परीक्षण करने का फैसला किया है।
उन्होंने सभी स्तरों पर विस्तृत चर्चा करने के बाद यह निर्णय लिया है कि केजरीवाल की मुफ्त बिजली, पानी, महिलाओं के लिए बस का सफर आदि को उनसे अधिक सुविधाएं मुफ्त देने का वादा करके प्रतिकार नहीं किया जा सकता है। इसी वजह से शाहीन बाग को परीक्षण केंद्र बनाने का निर्णय लिया गया और पार्टी को उम्मीद है कि ध्रुवीकरण वोटिंग का पैटर्न तय करेगा।
भगवा खेमा यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि दिल्ली चुनाव वास्तव में भारत और पाकिस्तान के बिच का मुकाबला है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल, राहुल गांधी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान एक ही भाषा बोल रहे हैं। मॉडल टाउन से भाजपा प्रत्याशी कपिल मिश्रा पहले ही एफआईआर के साथ दो दिन के प्रतिबंध का सामना कर रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का सीएए पर लोगों को गुमराह करने के लिए विपक्ष पर हमला बहुत संभलकर और सीमित है।