Delhi Assembly Election Exit Polls: बेकार नहीं गई बीजेपी की मेहनत, इतना बढ़ गया वोट शेयर!
By स्वाति सिंह | Published: February 9, 2020 12:14 PM2020-02-09T12:14:54+5:302020-02-09T12:25:54+5:30
इंडिया टुडे-एक्सिस के एग्जिट पोल के अनुसार आप को 59-68 और भाजपा को 2-11 सीट मिल सकती हैं। वहीं, एबीपी-सी वोटर के अनुसार आप को 49-63 और भाजपा को 5-19 सीट मिल सकती हैं। टाइम्स नाउ-इस्पोस के अनुसार केजरीवाल की कुर्सी बरकरार रह सकती है और आप को 47 तथा भाजपा को 23 सीट मिल सकती हैं।
दिल्ली में शनिवार को हुए विधानसभा चुनाव के लिए मतदान के बाद एग्जिट पोल सामने आए हैं। एग्जिट पोल की मानें तो विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ने वाली आप को आसान जीत मिलती दिख रही है। मतदान संपन्न होने के बाद आए तकरीबन सभी चुनाव बाद सर्वेक्षणों (एग्जिट पोल) में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) की बड़ी जीत का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। कुछ सर्वेक्षणों में संकेत दिया गया है कि पार्टी 2015 का रिकॉर्ड दोहरा सकती है जब इसने 70 विधानसभा सीटों में से 67 पर जीत का परचम फहराया था।
पार्टी | इंडिया टु़डे-एक्सिस | सी वोटर-एबीपी | टीवी-9 भारतवर्ष-Cicero | टाइम्स नाउ+IPSOS | रिपब्लिक टीवी-जन की बात |
---|---|---|---|---|---|
आप | 59-68 | 49-63 | 54 | 44 | 48-61 |
बीजेपी+ | 2-11 | 05-19 | 15 | 26 | 09-21 |
कांग्रेस | 0 | 0-4 | 01 | 00 | 00-01 |
दिल्ली विधानसभा 2020 चुनाव में बढ़ा है बीजेपी का वोट शेयर
इंडिया टुडे-एक्सिस के एग्जिट पोल के अनुसार आप को 59-68 और भाजपा को 2-11 सीट मिल सकती हैं। वहीं, एबीपी-सी वोटर के अनुसार आप को 49-63 और भाजपा को 5-19 सीट मिल सकती हैं। टाइम्स नाउ-इस्पोस के अनुसार केजरीवाल की कुर्सी बरकरार रह सकती है और आप को 47 तथा भाजपा को 23 सीट मिल सकती हैं।
रिपब्लिक-जन की बात के एग्जिट पोल के अनुसार आप को 48-61 और भाजपा को 9-21 सीट मिलने के आसार हैं। टीवी 9 भारतवर्ष-सिसेरो के अनुसार आप को 52-64 और भाजपा को 6-16 सीट मिल सकती हैं। वहीं, नेता-न्यूज एक्स के अनुसार आप के खाते में 53-57 और भाजपा के खाते में 11-17 सीट आ सकती हैं।
एबीपी के सर्वेक्षण में कहा गया कि आप का वोट प्रतिशत 50.4 और भाजपा का वोट प्रतिशत 36 हो सकता है। वहीं, इंडिया टुडे-एक्सिस पोल के अनुसार दोनों पार्टियों के लिए यह आंकड़ा क्रमश: 56 और 35 प्रतिशत का हो सकता है। वर्ष 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप ने 67 सीटों के साथ प्रचंड जीत हासिल की थी और भाजपा के खाते में केवल तीन सीट आई थीं। तब दोनों पार्टियों का वोट प्रतिशत क्रमश: 54.3 और 32.3 प्रतिशत था।
मनोज तिवारी का दावा
वहीं, दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने एग्जिट पोल को नकारते हुए दावा किया कि भाजपा दिल्ली विधानसभा चुनाव में 48 सीट जीतेगी। तिवारी ने ट्वीट किया कि एग्जिट पोल ‘‘फेल’’ होंगे। भाजपा 48 सीट जीतेगी और दिल्ली में सरकार बनाएगी...कृपया ईवीएम पर आरोप मढ़ने का बहाना न ढूंढ़ें। वहीं, आप नेता एवं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि उनकी पार्टी बड़े अंतर से चुनाव जीतने जा रही है।
BJP ने झोंक दी थी पूरी ताकत
दरअसल, कुछ दिन पहले तक माना जा रहा था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ केजरीवाल की पार्टी आप के सामने कोई चुनौती नहीं है। शाह दिल्ली जीत के लिए मौके का इंतजार कर रहे थे। खासकर शाहीन बाग के मुद्दे पर जैसे ही उन्हें दिल्ली की जनता में नाराजगी का एहसास हुआ, उन्होंने अपनी रणनीति बदल डाली। प्रधानमंत्री के चेहरे और उनके विकास पर चुनाव लड़ रही भाजपा को राष्ट्रवाद बनाम शाहीन बाग के रूप में नया मुद्दा मिल गया। प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री शाह समेत भाजपा के तमाम नेताओं ने दिल्ली में अपनी पूरी ताकत झोंक दी।
उधर, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बिजली, पानी मुफ्त देने की योजना को वोटर पसंद करते दिख रहे हैं। यही नहीं, भाजपा के पारंपरिक वोटर माने जाने वाले व्यापारी वर्ग को भी रिझाने में वह सफल होते दिख रहे हैं। यही कारण है तमाम एक्जिट पोल से परेशान शाह ने आननफानन में दिल्ली के भाजपा के सभी सांसद सांसदों को बुला डाला। यह पता लगाने के लिए 'पूरी गणना ज्यों की त्यों, कमल का खेल बिगड़ा क्यों।'