दिल्ली में प्रदूषण से बुरा हाल, मुख्यमंत्री केजरीवाल ने 5 नवंबर तक सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया
By विनीत कुमार | Published: November 1, 2019 02:30 PM2019-11-01T14:30:29+5:302019-11-01T14:32:09+5:30
दो दिन पहले बुधवार को भी दिल्ली सरकार ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया कि प्रदूषण की गंभीर स्थिति बने रहने तक खुले में होने वाली सभी गतिविधियां रोक दिए जाएं। उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने यह भी कहा था कि स्थिति बिगड़ने पर सरकार स्कूल बंद करने के बारे में विचार कर सकती है।
दिल्ली में प्रदूषण और कई जगहों पर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स के 500 के पार पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी स्कूलों को 5 नवंबर (मंगलवार) तक बंद करने का आदेश दे दिया है। अरविंद केजरीवाल ने एक बयान में कहा, 'पराली जलने के कारण बढ़े हुए प्रदूषण स्तर को देखते हुए दिल्ली में सभी स्कूलों को 5 नवंबर तक बंद किया जाता है।'
इससे पूर्व दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (SDMC) शिक्षा विभाग ने भी अपने अंतर्गत आने वाले स्कूलों को 4 नवंबर को बंद रखने का आदेश दिया था। बता दें कि पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम व नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) ने भी दिल्ली-एनसीआर में जन स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा कर दी है। इसके तहत पांच नवम्बर तक निर्माण कार्यों और पूरी ठंड के दौरान पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। निर्माण कार्य दिल्ली सहित नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और ग्रेटर नोएडा में लागू करेंगे।
Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal: All schools in Delhi to remain closed till 5th November, following rise in pollution levels due to stubble burning. pic.twitter.com/hA78req2KK
— ANI (@ANI) November 1, 2019
इससे दो दिन पहले बुधवार को भी दिल्ली सरकार ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया कि प्रदूषण की गंभीर स्थिति बने रहने तक खुले में होने वाली सभी गतिविधियां रोक दिए जाएं। उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने यह भी कहा था कि स्थिति बिगड़ने पर सरकार स्कूल बंद करने के बारे में विचार कर सकती है।
शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूलों को भेजे पत्र में कहा था, 'बाहर और प्रदूषित वातावरण में होने वाली गतिविधियों का बच्चों के स्वास्थ्य पर दीर्घकालिक खराब प्रभाव हो सकता है। सरकारी के साथ ही सभी निजी स्कूलों के प्रमुखों को निर्देश दिया जाता है कि वे यह सुनिश्चित करें कि प्रदूषण की स्थिति गंभीर बने रहने तक खुले में आयोजित होने वाली कोई भी गतिविधि नहीं हों।'
दिल्ली में वायु की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बने रहने के बीच दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के स्कूलों ने भी अभिभावकों से कहा है कि वे अपने बच्चों को मास्क लगाकर स्कूल भेजें।