दिल्ली: आप नेता संदीप भारद्वाज अपने घर पर मृत पाए गए, सुसाइड की आशंका, मामले की जांच जारी
By विनीत कुमार | Published: November 25, 2022 10:20 AM2022-11-25T10:20:22+5:302022-11-25T10:29:07+5:30
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेता संदीप भारद्वाज अपने घर में मृत पाए गए। पुलिस ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है। आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।

आप नेता संदीप भारद्वाज अपने घर पर मृत पाए गए (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के ट्रेड विंग सचिव संदीप भारद्वाज गुरुवार को अपने राजौरी गार्डन स्थित आवास पर मृत पाए गए। पुलिस ने ये जानकारी दी। रिपोर्ट्स के अनुसार भारद्वाज को उनके एक दोस्त द्वारा 'कुकरेजा अस्पताल' ले जाया गया था।
पुलिस ने बताया, 'शाम 4.40 बजे राजौरी गार्डन के कुकरेजा अस्पताल से एक पीसीआर कॉल मिली कि एक व्यक्ति संदीप भारद्वाज पुत्र नरेश भारद्वाज (उम्र 55 वर्ष) को घर पर फंदे में लटका हुआ पाया गया। इसके बाद क्राइम टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया।'
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारद्वाज के निधन पर दुख व्यक्त किया और शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट किया, 'आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता संदीप भारद्वाज के दिल्ली में आकस्मिक निधन से अत्यंत दुखी हूं। ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों के साथ हैं और पूरी पार्टी उनके परिवारजनों के साथ खड़ी है।'
आत्महत्या की आशंका पर कोई नोट नहीं मिला
ऐसी आशंका जताई जा रही है कि संदीप भारद्वाज ने आत्महत्या की है। हालांकि पुलिस के अनुसार जांच में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। यह घटना ऐसे समय़ में सामने आई है जब दिल्ली में अगले महीने 4 दिसंबर को एमसीडी चुनाव होने हैं। वोटों की गिनती 7 दिसंबर को की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार संदीप भारद्वाज भी 'आप' के जरिए रमेश नगर से एमसीडी का चुनाव टिकट लेने की कोशिश कर रहे थे लेकिन जब टिकट नहीं मिला तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया था।
भाजपा और आम आदमी पार्टी से 250-250 वैध उम्मीदवार मैदान में हैं। जानकारी के मुताबिक एमसीडी चुनाव में कांग्रेस के तीन नामांकन रद्द हुए, कांग्रेस सिर्फ 247 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। दिल्ली नगर निगम के लिए 4 दिसंबर को होने वाले चुनाव में भाजपा और आप के बीच सीधी टक्कर नजर आ रही है। फिलहाल एमसीडी की कमान भाजपा के हाथ में है जबकि दिल्ली में सरकार आम आदमी पार्टी की है।