Bihar Assembly Elections 2020: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का RJD पर हमला, बोले- यहां लालटेन फूट गई है, तेल बह गया है
By एस पी सिन्हा | Published: October 21, 2020 04:56 PM2020-10-21T16:56:59+5:302020-10-21T16:56:59+5:30
राजनाथ सिंह ने जैसे ही कहा यहां लालटेन फूट गई है, तेल बह गई. तभी भीड से आवाज आई हाथ जल गया तो राजनाथ सिंह ने हसंते हुए कहा अरे सुना त, तनी हमरो त सुना.
पटना: बिहार के चुनावी समर आज रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की एंट्री हुई. उन्होंने भागलपुर के कहलगांव में रैली को संबोधित करते हुई मोदी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि तीन तलाक, अयोध्या राम मंदिर, और कश्मीर से धारा 370 खत्म करने का वादा हमारी सरकार ने पूरा किया.
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत का विभाजन नहीं होना चाहिए था. सीएए की खासियत पर उन्होंने चर्चा की. वह अपने रंग में थे. उन्होंने रैली में अधिकांश बातें भोजपुरी में की. लोगों से जुडने के लिए उन्होंने कई वादे किए और करवाए भी.
राजनाथ सिंह ने राजद और कांग्रेस पर भोजपुरी में ही तंज कसा तो सभा तालियों से गूंज उठी. उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून बनाना हमारा संकल्प था. इस संकल्प को हमने पूरा किया है. उन्होंने इसका कारण भी बताया. उन्होंने कहा कि भारत का विभाजन नहीं होना चाहिए था.
उस समय लग रहा था कि जैसे भारत माता के टुकडे किए जा रहे हों. हम लोग नहीं चाहते थे कि भारत का विभाजन हो. विभाजन के बाद वहां (पाकिस्तान) में जो अल्पसंख्यक रह गए लगातार उन पर जुल्म ढाया जा रहा था. हमारी पार्टी ने संकल्प लिया था कि जिस दिन संसद में स्पष्ट बहुमत मिलेगा उत्पीड़न के शिकार अल्पसंख्यकों को भारत लाया जाएगा.
उन्हें भारत लाकर नागरिकता देंगे. अपने संकल्प को पूरा करने के लिए ही हमने नागरिकता का कानून पास किया. राजनाथ सिंह ने जैसे ही कहा यहां लालटेन फूट गई है, तेल बह गई. तभी भीड से आवाज आई हाथ जल गया तो राजनाथ सिंह ने हसंते हुए कहा अरे सुना त, तनी हमरो त सुना. इसके बाद राजनाथ सिंह ने फिर से कहा- यहां लालटेन फूट गई है, तेल बह गई.
अब ना पंजा का चली ना उनकर कोई खेल चली. अब हम जाई, तभी भीड से आवाज आई नहीं, तो वह बोले-नाहीं अब हम चलतनी. इसके बाद उन्होंने भाजपा प्रत्याशी को जिताने के लिए भोजपुरी में वादा भी लिया.
इससे पहले उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने ये संकल्प लिया था कि जिस दिन संसद में हमें स्पष्ट बहुमत मिल जाएगा, हमारे जो भी अल्पसंख्यक उत्पीडन के बाद वहां से भारत में आएंगे तो हम उन्हें भारत की नागरिकता देंगे और हमने नागरिकता का कानून पास किया.