राजनाथ सिंह का पाकिस्तान पर निशाना , SCO समिट में कहा- आतंक के मददगारों की जवाबदेही तय हो
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: April 29, 2023 01:24 PM2023-04-29T13:24:07+5:302023-04-29T13:25:48+5:30
बैठक में चीन के रक्षा मंत्री ली शांग्फु, रूस के सर्गेइ शोइगु, ताजिकिस्तान के कर्नल जनरल शेराली मिर्जो, ईरान के ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेजा घराई अश्तियानी और कजाखस्तान के रक्षा मंत्री कर्नल जनरल रुस्लान झाक्सिलिकोव ने दिल्ली में हुई बैठक में भाग लिया। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने बैठक में भाग नहीं लिया।
नई दिल्ली: शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों की एक अहम बैठक शुक्रवार, 28 अप्रैल को नई दिल्ली में आयोजित हुई। भारत, रूस, चीन और एससीओ के सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों ने इस सम्मेलन में हिस्सा लिया। पाकिस्तान ने इस बैठक से दूरी बनाई। नई दिल्ली में आयोजित सम्मेलन में क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों और उससे संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में आतंकवाद को वैश्विक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया गया।
भारत ने बैठक में पाकिस्तान को परोक्ष रूप से निशाने पर लिया और आठ सदस्य देशों से सामूहिक रूप से आतंकवाद और उसके सभी रूपों को खत्म करने का आह्वान किया। राजनाथ सिंह ने आतंकी गतिविधियों के लिए सहायता या धन देने वालों पर जवाबदेही तय करने की बात भी की। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने बैठक में भाग नहीं लिया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राजौरी इलाके में एक आतंकवादी हमले में पांच भारतीय सैनिकों के मारे जाने के कुछ दिनों बाद पाकिस्तान का स्पष्ट संदर्भ देते हुए कहा, "यदि कोई राष्ट्र आतंकवादियों को आश्रय देता है, तो यह न केवल दूसरों के लिए बल्कि खुद उसके के लिए भी खतरा पैदा करता है। किसी भी तरह का आतंकवादी कृत्य या किसी भी रूप में इसका समर्थन मानवता के खिलाफ एक बड़ा अपराध है। शांति और समृद्धि इस खतरे के साथ नहीं रह सकती है"
रक्षा मंत्री ने इस बैठक में कहा, "अगर हम एससीओ को मजबूत और अधिक विश्वसनीय अंतरराष्ट्रीय समूह बनाना चाहते हैं तो हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता आतंकवाद से प्रभावी ढंग से निपटना होनी चाहिए। भारत सदस्य देशों के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एससीओ को एक महत्वपूर्ण संगठन के रूप में देखता है। हम एक राष्ट्र के तौर पर एससीओ सदस्य देशों के बीच विश्वास और सहयोग की भावना को और मजबूत करना चाहते हैं।"
बता दें कि बैठक में चीन के रक्षा मंत्री ली शांग्फु, रूस के सर्गेइ शोइगु, ताजिकिस्तान के कर्नल जनरल शेराली मिर्जो, ईरान के ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेजा घराई अश्तियानी और कजाखस्तान के रक्षा मंत्री कर्नल जनरल रुस्लान झाक्सिलिकोव ने दिल्ली में हुई बैठक में भाग लिया।