सेना में 'अग्निपथ' भर्ती योजना का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया ऐलान, क्या है ये, जानें इस बारे में सबकुछ
By मनाली रस्तोगी | Published: June 14, 2022 01:17 PM2022-06-14T13:17:42+5:302022-06-14T13:18:45+5:30
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को 'अग्निपथ' भर्ती योजना का ऐलान किया। ऐसे में जानते हैं कि अग्निपथ योजना क्या है।
नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को 'अग्निपथ' भर्ती योजना की घोषणा की। ऐसे में उन्होंने कहा कि सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी ने आज 'अग्निपथ' की परिवर्तनकारी योजना को मंजूरी देने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। इसके तहत भारतीय युवाओं को सशस्त्र सेवाओं में शामिल होने का मौका दिया जाएगा।
Under the 'Agnipath' scheme, efforts are to create a youthful profile of the Armed forces. It would help to train them for new technologies & also improve their health levels. This scheme will increase employment opportunities with new skills in different sectors: Rajnath Singh pic.twitter.com/ypemJyxf9i
— ANI (@ANI) June 14, 2022
इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि 'अग्निपथ' योजना के तहत सशस्त्र बलों का युवा प्रोफाइल तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है। यह उन्हें नई तकनीकों के लिए प्रशिक्षित करने और उनके स्वास्थ्य के स्तर में सुधार करने में मदद करेगा। इस योजना से विभिन्न क्षेत्रों में नए कौशल के साथ रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि अग्निवीरों को 4 साल की सेवा के बाद एक अच्छा वेतन पैकेज और एक निकास सेवानिवृत्ति पैकेज दिया जाएगा।
The 'Agnivirs' will be given a good pay package & an exit retirement package after a service of 4 years: Defence Minister Rajnath Singh, on the announcement of the 'Agnipath' recruitment scheme, in Delhi pic.twitter.com/cy8tklgYav
— ANI (@ANI) June 14, 2022
अग्निपथ मॉडल छह महीने के प्रशिक्षण सहित चार साल के लिए सेना, वायु सेना और नौसेना में अधिकारी रैंक (PBOR) से नीचे के कर्मियों की भर्ती की परिकल्पना करता है। ऐसे में जानते हैं कि अग्निपथ योजना क्या है।
-चार साल की सेवा: अग्निपथ भर्ती योजना के तहत युवा चार साल की अवधि के लिए सेना में शामिल होंगे और देश की सेवा करेंगे। यह योजना रक्षा बलों के खर्च और आयु प्रोफाइल को कम करने की दिशा में सरकार के प्रयासों का एक हिस्सा है।
-नई रैंक 'अग्निवीर': भारतीय सेना में शामिल होने वाले सिपाहियों के विपरीत अग्निपथ मॉडल के तहत भर्ती किए गए सैनिकों को सशस्त्र बलों में 'अग्निवर' के रूप में शामिल किया जाएगा। 'अग्निवर' तीनों सेवाओं में एक अलग रैंक बनाएंगे और अपनी वर्दी के हिस्से के रूप में एक अलग प्रतीक चिन्ह भी पहनेंगे।
-चार साल की सेवा के बाद क्या होगा: चार साल के अंत में लगभग 80 प्रतिशत सैनिकों को ड्यूटी से मुक्त कर दिया जाएगा और उन्हें आगे के रोजगार के अवसरों के लिए सशस्त्र बलों से सहायता मिलेगी।
-पैकेज: चार साल की सेवा के बाद सैनिकों को 11 लाख रुपए से अधिक का विच्छेद पैकेज दिए जाने की संभावना है, लेकिन वे पेंशन के हकदार नहीं होंगे। हालांकि, रोके गए 'अग्निवर' अगले 15 वर्षों के लिए रक्षा सेवाओं में काम करेंगे और पेंशन के हकदार होंगे।
-अग्निवर का वेतन: अग्निपथ योजना के तहत शामिल किए गए अग्निवरों को 30 हजार रुपये से 40 हजार रुपये प्रति माह वेतन मिलेगा और 48 लाख रुपये का गैर-अंशदायी बीमा कवर भी मिलेगा।
-प्रमाणपत्र: अग्निवीर कौशल प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा जो रंगरूटों को सेवा से मुक्त होने के बाद नौकरी खोजने में मदद करेगा।
-रक्षा बलों के लिए बचत मॉडल: सशस्त्र बलों द्वारा प्रारंभिक गणना में वेतन, भत्तों और पेंशन में बचत में हजारों करोड़ का अनुमान लगाया गया था, यदि काफी संख्या में सैनिकों को कर्तव्य अवधारणा के दौरे के तहत लिया जाता है।
-सैन्य मामलों के विभाग (डीएमए) ने भारतीय मॉडल विकसित करने से पहले आठ देशों में इसी तरह के भर्ती मॉडल का अध्ययन किया था।
-अग्निपथ भर्ती अखिल भारतीय सभी वर्ग नामांकन पर होगी।