कृषि-कानून पर गतिरोध बातचीत के माध्यम से सुलझना चाहिए : बीकेयू प्रमुख

By भाषा | Updated: December 17, 2020 20:12 IST2020-12-17T20:12:18+5:302020-12-17T20:12:18+5:30

Deadlock on agricultural law should be resolved through dialogue: BKU chief | कृषि-कानून पर गतिरोध बातचीत के माध्यम से सुलझना चाहिए : बीकेयू प्रमुख

कृषि-कानून पर गतिरोध बातचीत के माध्यम से सुलझना चाहिए : बीकेयू प्रमुख

मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश), 17 दिसंबर भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रमुख नरेश टिकैत ने कहा कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान किसान संघर्ष नहीं चाहते और मुद्दे को बातचीत के जरिए सुलझाना चाहिए।

टिकैत ने कहा कि केन्द्र को जन हित में कृषि कानूनों को वापस ले लेना चाहिए क्योंकि विवादित कानून किसानों के हित में नहीं है।

दिल्ली रवानगी से पहले मुजफ्फरनगर में मीडिया से बातचीत में टिकैत ने सुझाया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और रालोद नेता अजीत सिंह को इस मुद्दे पर बातचीत का हिस्सा होना चाहिए।

इसबीच, मुजफ्फरनगर जिले के खाप के सदस्य बुधवार से दिल्ली के पास आंदोलन में शामिल हुए।

केन्द्र द्वारा सितंबर से लागू कृषि कानूनों के विरोध में पिछले एक पखवाड़े से ज्यादा समय से हजारों की संख्या में किसान आंदोलन कर रहे हैं। वह तीनों कानूनों को वापस लेने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली को बनाए रखने की गारंटी की मांग कर रहे हैं।

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Web Title: Deadlock on agricultural law should be resolved through dialogue: BKU chief

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