"मेरी बेटी का ख्याल रखना"- केदारनाथ हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त से 1 दिन पहले चिंतित पायलट ने पत्नी से कही थी यह बात
By भाषा | Published: October 19, 2022 08:09 AM2022-10-19T08:09:48+5:302022-10-19T08:23:02+5:30
इस हादसे पर बोलते हुए पायलट की पत्नी ने कहा, ‘‘किसी से कोई शिकायत नहीं है क्योंकि आखिरकार दुर्घटना, दुर्घटना है।’’
मुंबई: उत्तराखंड में दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर के पायलट अनिल सिंह ने एक दिन पहले जब पत्नी से बात की थी तो उनके अंतिम शब्द थे, ‘‘मेरी बेटी का ख्याल रखना। उसकी तबीयत ठीक नहीं है।’’ आपको बता दें कि उत्तराखंड के केदारनाथ में गरूड़चट्टी में मंगलवार को एक निजी कंपनी का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिससे उसमें सवार छह श्रद्धालुओं समेत सात लोगों की मृत्यु हो गई है।
बेटी के साथ पत्नी दिल्ली जाएगी अंतिम संस्कार के लिए
57 साल के सिंह मुंबई के अंधेरी उपनगर में पॉश आवासीय सोसायटी में रह रहे थे। उनके परिवार में पत्नी शिरीन आनंदिता और बेटी फिरोजा सिंह है। आनंदिता ने कहा कि वह अपनी बेटी के साथ अपने पति के अंतिम संस्कार के लिए नई दिल्ली जाएंगी।
#WATCH | Uttarakhand: A helicopter carrying Kedarnath pilgrims from Phata crashes, casualties feared; administration team left for the spot for relief and rescue work. Further details awaited pic.twitter.com/sDf4x1udlJ
— ANI (@ANI) October 18, 2022
‘‘मेरी बेटी का ख्याल रखना।’’-हादसे से एक दिन पहले पायलट ने कही थी यह बात
इस पर बोलते हुए पेशे से फिल्म लेखिका आनंदिता ने फोन पर कहा, ‘‘आखिरी बार उनका फोन कल (सोमवार) आया था। मेरी बेटी स्वस्थ नहीं है। उन्होंने मुझे उसकी देखभाल करने के लिए कहा था।’’ गौरतलब है कि मूल रूप से पूर्वी दिल्ली के शाहदरा इलाके के निवासी सिंह पिछले 15 साल से मुंबई में रह रहे थे।
The helicopter crash in Kedarnath is extremely unfortunate. We are in touch with the State government to ascertain the magnitude of the loss, and are constantly monitoring the situation.
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) October 18, 2022
हादसे पर दुख है, लेकिन किसी से कोई शिकायत नहीं- मृत पायलट की पत्नी
इससे पहले उत्तराखंड पुलिस के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि हादसे में मारे गए पायलट सिंह मुंबई से थे। बहरहाल, आनंदिता ने कहा कि उन्हें ‘‘किसी से कोई शिकायत नहीं है क्योंकि आखिरकार दुर्घटना, दुर्घटना है।’’ उन्होंने कहा कि हालांकि, पर्वतीय राज्य में हमेशा खराब मौसम का सामना करना पड़ता है।