नई दिल्ली, 1 सितंबर: आइसा और सीवाईएसएस के शनिवार को घोषित किए गए संयुक्त घोषणापत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाना, परिसर में पुलिस बूथ स्थापित करना, गुंडागर्दी को खत्म करना और शिक्षा के व्यवसायीकरण का विरोध करना अहम मुद्दे हैं।
आम आदमी पार्टी (आप) की छात्र ईकाई छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) और वामपंथी छात्र संगठन अखिल भारतीय छात्र संघ (आइसा) दो सितंबर को होने वाले दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में संयुक्त रूप से लड़ रहे हैं।
घोषणापत्र में यह भी वादा किया गया है कि यह गठबंधन आप के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लिनिकों की तर्ज पर ‘छात्र क्लिनिक’ स्थापित करने पर भी काम करेगा।
वरिष्ठ आप नेता आतिशी ने कहा कि आइसा और सीवाईएसएस उच्च शिक्षा के निजीकरण तथा व्यवसायीकरण का विरोध करते हैं।
उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हम संस्थानों को दी जाने वाली सरकारी फंडिंग में कटौती का भी विरोध करते हैं। दिल्ली सरकार राष्ट्रीय राजधानी में सीसीटीवी कैमरे लगाने पर भी काम कर रही है और हम कैम्पस में भी कैमरें लगवाएंगे।’’
दिल्ली विश्वविद्यालय की आइसा अध्यक्ष कंवलप्रीत कौर ने कहा कि उन्हें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) की ‘‘एसयूवी संस्कृति’’ खत्म होने तथा चुनावों के दौरान उनके द्वारा दिखाई जाने वाली ‘‘धन-बल की ताकत’’ भी खत्म होने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि वे विश्वविद्यालय में अकादमिक आजादी के लिए भी लड़ेंगे।