'तितली' के भयानक रूप के चलते ओडिशा, आंध्र और बंगाल अलर्ट पर, केंद्र ने भेजे एक हजार NDRF के जवान
By रामदीप मिश्रा | Published: October 11, 2018 05:45 AM2018-10-11T05:45:43+5:302018-10-11T05:45:43+5:30
कैबिनेट सचिव पी के सिन्हा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की बैठक में चक्रवात के मद्देनजर तैयारियों पर चर्चा की गई। ओडिशा और आंध्र प्रदेश के बीच तट से चक्रवात के टकराने की आशंका के बीच हुई इस बैठक में ऐहतियाती कदमों पर भी विमर्श किया गया।
चक्रवात 'तितली' विकराल रूप धारण कर ओडिशा की ओर बढ़ा है और आज सुबह यहां पहुंचने का अनुमान लगाया गया है। इसे देखते हुए निचले इलाकों से लोगों सुरक्षित जगह पहुंचाया जा रहा है। सूबे के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बुधवार शाम (10 अक्टूबर) को विशेष राहत आयुक्त कार्यालय का दौरा किया।
उन्होंने इस कार्याल का दौरा कर चक्रवात तूफान तितली के संबंध में तैयारियों की जानकारी ली। वहीं, बताया गया है कि निचले इलकों से अभी तक तीन लाख लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है।
Odisha: Chief Minister Naveen Patnaik visited office of Special Relief Commissioner office this evening & reviewed preparedness for impending landfall of the cyclonic storm #TITLI. 3 lakh people have been evacuated till now pic.twitter.com/e8FaFdAiS7
— ANI (@ANI) October 10, 2018
इधर, केंद्र ने चक्रवात 'तितली' के तट की ओर बढ़ने के मद्देनजर स्थिति से निपटने के लिए ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के तकरीबन 1,000 कर्मी भेजे। इसके साथ ही इसने खाद्य सामग्री, ईंधन के भंडारण तथा बिजली आपूर्ति एवं दूरसंचार लाइनों को सुचारू रखने के भी निर्देश दिए।
कैबिनेट सचिव पी के सिन्हा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की बैठक में चक्रवात के मद्देनजर तैयारियों पर चर्चा की गई। ओडिशा और आंध्र प्रदेश के बीच तट से चक्रवात के टकराने की आशंका के बीच हुई इस बैठक में ऐहतियाती कदमों पर भी विमर्श किया गया।
वहीं, बंगाल की खाड़ी में अत्यंत घातक चक्रवात 'तितली' के और मजबूत होने के साथ मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल में गंगा के किनारे वाले क्षेत्रों में शुक्रवार तक भारी से अत्यंत भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात के प्रभाव के चलते बंगाल के पूर्वी एवं पश्चिमी मिदनापुर के तटीय एवं जमीनी क्षेत्रों, झाड़ग्राम, दक्षिणी एवं उत्तरी 24 परगना जिलों में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
विभाग ने कहा कि दीघा, शंकरपुर, मंदरमणि और राज्य के अन्य तटीय क्षेत्रों में पर्यटकों से कहा गया है कि वे इस दौरान गहरे समुद्र में नहीं जाएं। मौसम अधिकारियों ने मछुआरों से कहा है कि वे पश्चिम बंगाल, ओडिशा के अपतटीय क्षेत्रों, बंगाल की उत्तरी और मध्य खाड़ी में 12 अकटूबर तक समुद्र में न जाएं।
भारतीय रेलवे ने मौसम पूर्वानुमान के बाद ओडिशा में खुर्दा रोड और विजियानगरम के बीच बुधवार को रात 10 बजे के बाद से अगले परामर्श तक ट्रेन सेवा स्थगित रखने का फैसला किया है।
(भाषा इनपुट के साथ)