सीमा शुल्क विभाग ने विदेश भेजी जाने वाली गणपति की 400 साल पुरानी पीतल की मूर्ति जब्त की
By भाषा | Published: November 3, 2021 06:42 PM2021-11-03T18:42:39+5:302021-11-03T18:42:39+5:30
चेन्नई, तीन नवंबर तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले में बुधवार को एक घर से सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों ने भगवान गणपति की 400 साल से ज्यादा पुरानी पीतल की एक मूर्ति जब्त की।
एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि मूर्ति को विदेश भेजे जाने के संबंध में एक गुप्त जानकारी मिली थी, जिस पर काम करते हुए अधिकारियों ने ‘नृत्य गणपति’’ की बड़ी मूर्ति बरामद की। इसकी लंबाई 5.25 फुट है और इसका वजन 130 किलोग्राम है। यह मूर्ति भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) में प्राचीनकालीन वस्तु और कला खजाना अधिनियम के तहत पंजीकृत नहीं है।
विज्ञप्ति में बताया गया कि मूर्ति पर टूट-फूट के निशान मिले हैं जो लंबे समय से इसके इस्तेमाल का संकेत देते हैं। विभाग की यह सबसे बड़ी मूर्ति जब्ती है। विज्ञप्ति में कहा गया कि जांच के दौरान यह सामने आया कि तस्करी के लिए एक ग्राहक की जरूरत के हिसाब से मूर्ति को ठीक करने के लिए एक निर्यातक ने चेन्नई से इसे यहां भेजा था। इस मूर्ति की जांच करने वाले एएसआई के अधिकारियों ने मूर्ति के विवरण के आधार पर इसे विजयनगर-नायक काल की 400 साल से अधिक पुरानी होने की बात कही।
‘नृत्य गणपति’’ को भगवान गणेश के विभिन्न रूपों में से 15वां बताया जाता है और ऐसा माना जाता है कि इसकी पूजा करने से नृत्य और ललित कला में दक्षता प्राप्त होती है तथा सफलता मिलती है।
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