मणिपुर के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू में ढील, दवाओं और जरूरत के सामान खरीदने में हो रही आसानी
By अंजली चौहान | Published: May 26, 2023 11:59 AM2023-05-26T11:59:03+5:302023-05-26T12:07:52+5:30
मणिपुर में सरकार ने कर्फ्यू में ढील दी है और अब लोग घरों से निकलकर आवश्यक वस्तुएं खरीद सकते हैं।

फाइल फोटो
इम्फाल:मणिपुर में सरकार ने कर्फ्यू में ढील देने का फैसला किया है। एक अधिसूचना जारी कर सरकार ने 26 मई को सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक पूर्वी और पश्चिमी मणिपुर में कर्फ्यू में ढील देने की सूचना दी है।
ऐसे में लोग अपने घरों से बाहर निकल सकते हैं, बशर्ते कि उन्हें आवश्यक वस्तुओं को खरीदने के अलावा किसी अन्य उद्देश्य के लिए इकट्ठा होने की अनुमति नहीं होगी।
सरकार ने यह आदेश इसलिए दिया है क्योंकि राज्य में हिंसा भड़कने के कारण स्थिति खराब हो गई थी। जिसके बाद 3 मई को राज्य की राजधानी इंफाल पूर्वी जिले में सीआरपीसी, 1973 की धारा 144 लागू कर दी थी।
इसके बाद किसी भी तरह से लोगों को घरों से बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा था और न ही किसी वाहन की आवाजाही को मंजूरी थी। हालांकि, अब प्रशासन ने लोगों को घरों से बाहर निकल दवाओं, और खाद्य वस्तुओं को लेने की अनुमति दे दी है।
29 मई को राज्य में अमित शाह का दौरा
गौरतलब है कि मणिपुर में 29 मई को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दौरा करने वाले हैं। इस दौरान वह पूर्व में इम्फाल नदी, पश्चिम में मिनुथोंग के माध्यम से थुम्बुथोंग से लामलोंग पुल, उत्तर में लमलोंग बाजार और दक्षिण में पूप लंपक और थंगापत मपाल के माध्यम से योंगलन लीराक से थंबुथोंग तक दौरा करेंगे।
अपने दौरे से पहले अमित शाह ने लोगों से शांति की अपील की है। उन्होंने कहा कि वह पूर्वोत्तर राज्य का दौरा करेंगे और हिंसा में शामिल दोनों समुदायों के लोगों से बात करेंगे।
गृह मंत्री ने कहा कि मणिपुर में एक अदालत के फैसले के बाद झड़पें हुईं। मैं दोनों समूहों से अपील करूंगा कि वे शांति बनाए रखें, सबके साथ न्याय किया जाएगा। मैं खुद कुछ दिनों के बाद मणिपुर जाऊंगा और वहां तीन दिन रहूंगा और शांति स्थापित करने के लिए मणिपुर के लोगों से बात करूंगा।
इस बीच, अधिकारियों ने कहा कि हिंसा के बाद क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। मणिपुर में जातीय हिंसा देखी गई है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि हिंसा में लगभग 60 लोगों की जान चली गई है।
घरों को भी नष्ट कर दिया गया है। राज्य के कुछ हिस्सों से हिंसा के दौरान जली नई घटनाएं भी सामने आई हैं। विपक्षी दलों ने राज्य की बीजेपी सरकार पर शांति और व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाया है और कहा है कि राज्य में हजारों लोग बेघर हो गए हैं।