मेघालय में पंथ नेता टीकाकरण अभियान को प्रभावित कर रहा है: अधिकारी
By भाषा | Published: June 19, 2021 09:47 PM2021-06-19T21:47:05+5:302021-06-19T21:47:05+5:30
शिलांग,19 जून मेघालय में एक पंथ के नेता अपने अनुयायियों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव का टीका नहीं लगवाने की सीख दे रहा है। पूर्व में भी इस नेता ने अपने अनुयायियों से गरीबों के लिए चलाई गई सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं लेने की अपील की थी और उन्हें इसके लिए राजी भी कर लिया था। जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि सात जिलों वाले खासी जयंतिया हिल क्षेत्र के दूरदराज के गांवों में टीकाकरण की रफ्तार कम होने की रिपोर्ट हैं और वहां कुछ इलाकों में एक संप्रदाय के नेता का अच्छा प्रभाव है। पंथ के नेता पास्टर फावा अथवा फावा 2018 विधानसभा चुनावों के वक्त से ही राज्य सरकार के राडार पर हैं और तब से ही वह ईसाई बहुल राज्य में कहीं छिपा हुआ है। कहा जाता है कि उसके प्रभाव में आ कर कई लोगों ने मतदान नहीं किया था।
जोंगशा वाशनोंग गांव की उसकी एक अनुयायी जूलियाना (बदला हुआ नाम) ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया,‘‘ मैं टीका नहीं लगवाऊंगा। जीसस सभी बीमारियों से हमें ठीक करेंगे और हमारी रक्षा करेंगे। मैं किसी भी कीमत पर टीका नहीं लगवाऊंगा।’’
इस संबंध में पूछे जाने पर वरिष्ठ विधि अधिकारी ने कहा,‘‘ आपदा प्रबंधन कानून और महामारी रोग कानून लागू हैं, जो राज्य को जन स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी अभियान के खिलाफ सीधी कार्रवाई करने का अधिकार देते हैं।’’
जूलियाना के परिवार में पांच लोग हैं,जिसमें 80 वर्ष की उसकी दादी शामिल हैं। इस परिवार ने गरीबों के लिए चलने वाली आवास, अनाज, शौचालय किसी योजना का लाभ नहीं उठाया है और परिवार के तीन बालिग लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं किया है।
प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) संपत कुमार ने कहा कि लोगों को टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित करने के वास्ते जिला प्रशासन हरसंभव प्रयास कर रहा है। इस बीच ‘खासी जयंतिया प्रेस्बायटेरियन असेंबली’ ने किसी पंथ नेता के वहां मौजूद होने से इनकार किया है।
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