बिहार में बेखौफ हो चुके अपराधी सत्ताधारी दल के नेताओं से भी मांगने लगे हैं रंगदारी
By एस पी सिन्हा | Published: June 2, 2023 03:19 PM2023-06-02T15:19:28+5:302023-06-02T15:20:53+5:30
राज्य में रंगदारी मांगने के कई मामले सामने आए हैं। इसके पहले भी कई नेताओं से रंगदारी मांगने की खबर सामने आ चुकी है।
पटना: बिहार में बेखौफ अपराधियों के खौफ में सत्ताधारी दल के नेता भी रहने को मजबूर हैं। आम लोगों की बात को अगर छोड दिया जाए तो अब सत्ताधारी दल के विधायक-सांसदों से भी अपराधी रंगदारी मांगी जाने लगी है।
इसी कड़ी में सत्ताधारी दल जदयू के सीतामढ़ी से सांसद सुनील कुमार पिंटू से 2 करोड़ की रंगदारी मांगी गई है और रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई है। इसके पहले पश्चिमी चंपारण के नरकटियागंज से भाजपा विधायक रश्मि वर्मा को फोन पर धमकी देते हुए 25 लाख की रंगदारी मांगी गई थी।
इस संबंध में सांसद सुनील कुमार पिंटू ने पटना के शास्त्री नगर थाना में लिखित शिकायत की है। अपने आवेदन में सीतामढ़ी सांसद सुनील कुमार पिंटू ने लिखा है कि उनके मोबाइल नंबर पर पिछले 10 दिनों से दो मोबाइल नंबर से एडिट किया हुआ फोटो और वीडियो भेजकर परेशान किया जा रहा है और दो करोड़ की रंगदारी मांगी जा रही है।
रंगदारी नहीं देने पर फोटो और वीडियो को वायरल करने और गंभीर अंजाम भुगतने की धमकी दी जा रही है। उन्हें दो मोबाइल नंबर से फोन आ रहा है। सुनील कुमार पिंटू से रंगदारी मांगने वाली युवती है। युवती ने रुपये नहीं देने पर वीडियो और फोटो वायरल करने की धमकी दी है।
धमकी देने वालों में युवती के अलावा कई अन्य लोग भी शामिल हैं। सासंद ने बताया कि रंगदारी की मांग करने वालों ने कहा है कि अगर वे रुपये नहीं देंगे तो उनके वीडियो और फोटो को इंटरनेट और परिवार वालों के बीच वायरल कर दिया जाएगा। सांसद के द्वारा दिए गए आवेदन के बाद साइबर सेल की टीम संबंधित मोबाइल नंबर की पहचान में जुट गई है।
वहीं मामला दर्ज होने के बाद शास्त्री नगर थाना पुलिस ने केस की तफ्तीश शुरू कर दी है। उन सभी कॉल की जांच की जा रही है, जिससे सांसद को धमकी भरे कॉल आए हैं। पुलिस ने सभी नंबरों का टावर लोकेशन निकाला है। उल्लेखनीय है कि राज्य में रंगदारी मांगने के कई मामले सामने आए हैं। इसके पहले भी कई नेताओं से रंगदारी मांगने की खबर सामने आ चुकी है।
इसके साथ ही अपहरण, हत्या और बलात्कार के तो मामले पूछने हीं क्या? लेकिन जो मामले रंगदारी के सामने आए हैं वह बेहद चौंकानेवाले हैं। जिनसे भी रंगदारी की रकम मांगी गई है कोई भी कम रसूख वाले नहीं है वह या तो नेता हैं या व्यापारी या फिर सरकारी बाबू, डाक्टर हैं या फिर बालू घाट के संचालक सबको टारगेट पर रखा गया है।
ऐसा नहीं है कि ये सब एक जिले में हो रहा है। बिहार का कोई हिस्सा इससे अछूता नहीं रहा है। हालांकि पुलिस ने इन मामलों में गिरफ्तारियां भी की हैं और इसे निपटाने का दावा भी किया है। लेकिन जिस तरह से अपराध के मामले बढ़ रहे हैं, वह सच में चिंता का विषय है।
बिहार में 90 के दशक की तरह अपहरण की घटनाओं ओर रंगदारी मामले की वारदातों में तेजी आई है। महागठबंधन की सरकार के गठन के बाद से ऐसा ही कुछ बिहार में होने लगा है।
पूरे प्रदेश में अपराधी बेखौफ हैं। पुलिस- प्रशासन पर लोगों का भरोसा कम होता जा रहा है। आए दिन यहां पूरे प्रदेश से लूट, हत्या, बलात्कार और अपहरण की खबरें आम हो गई हैं।