इंदौरः मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद वह अस्पताल से डिस्चार्ज हुए। उन्होंने ट्वीट कर अपनी और अपने बेटे की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने की जानकारी दी। वह 28 जुलाई को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।
शुक्रवार को जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट कोरोना को हराकर अस्पताल से डिस्चार्ज हुए।डिस्चार्ज के बाद सिलावट ने कहा कि अब और ऊर्जा के साथ कोविड़-19 के नियमो का पालन करेंगे। गौरतलब है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद मंत्री सिलावट ने अपने परिवार और खुद का कोरोना टेस्ट कराया था।
जिसमें वे और उनकी पत्नी पॉजिटिव पाए गए थे। बाद में उनके बेटे का भी टेस्ट पॉजिटिव आया था। तीनों का उपचार अरविंदो मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। गुरुवार को मंत्री सिलावट की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी। शुक्रवार को वे कैबिनेट की वर्चुअल मीटिंग में अस्पताल से ही शामिल हुए।
इसके बाद दोपहर करीब 1 बजे उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। सिलावट ने डॉक्टरों का आभार मानते हुए कहा कि अब अधिक ऊर्जा के साथ कोविड -19 का पालन करते हुए सांवेर की जनता की सेवा करूंगा। जनसम्पर्क विभाग के एक अधिकारी ने बताया, "नमूने की जांच में सिलावट कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त पाये गये हैं।"
इस बीच, सिलावट के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आये जिनमें श्री अरबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के पीपीई किट पहने डॉक्टर उन्हें इस निजी अस्पताल से विदा कर रहे थे। जल संसाधन मंत्री भी हाथ जोड़कर उनका आभार जताते हुए दिखे।
अस्पताल से विदाई के दौरान सिलावट अपनी दो उंगलियों से "विक्टरी साइन" बनाते भी नजर आए। भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादार समर्थक माने जाने वाले सिलावट ने 28 जुलाई को देर रात ट्विटर पर खुद जानकारी दी थी कि वह कोविड-19 से संक्रमित हो गए हैं।
राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा की ओर से सिलावट को इंदौर जिले के सांवेर विधानसभा क्षेत्र के आगामी उपचुनावों में उम्मीदवारी के लिये पार्टी का चुनावी टिकट मिलना तय माना जा रहा है। कोरोना वायरस से संक्रमित होने की घोषणा करने से पहले वह इस क्षेत्र के सघन दौरे कर रहे थे।