कोविड-19 महामारीः वायरस के टीके को लेकर पीएम ने की बैठक, जांच और सीरो सर्वे का दायरा बढ़ाएं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 15, 2020 07:20 PM2020-10-15T19:20:07+5:302020-10-15T19:20:07+5:30
पीएम ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ निरंतर सतर्कता, उच्च स्तर की तैयारियां रखने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में कोरोना वायरस के टीके की तैयारियों की समीक्षा की और सीरो सर्वेक्षण के साथ-साथ जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के टीके को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा के लिये बैठक की, जिसमें उन्होंने जांच और सीरो सर्वे का दायरा बढ़ाने को कहा। जांच की सुविधा नियमित रूप से, तेजी से और सस्ते में जल्द से जल्द सभी के लिए उपलब्ध होनी चाहिए।
पीएम ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ निरंतर सतर्कता, उच्च स्तर की तैयारियां रखने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में कोरोना वायरस के टीके की तैयारियों की समीक्षा की और सीरो सर्वेक्षण के साथ-साथ जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक इस बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, नीति आयोग सदस्य (स्वास्थ्य), प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार, सहित कई वरिष्ठ वैज्ञानिक और अधिकारी मौजूद थे। बयान में कहा गया, ‘‘कोविड-19 महामारी के खिलाफ शोध और टीके को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठक की गई। इस दौरान जांच से जुड़ी तकनीकों, संपर्क का पता लगाना, दवाइयां और उपचारात्मक उपायों की तैयारियों की भी समीक्षा की।’’
बयान के मुताबिक, ‘‘प्रधानमंत्री ने सीरो सर्वे और जांच की गति और तेज करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि नियमित रूप से, तेज गति से और कम कीमत पर सभी के लिए जांच की सुविधा जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जानी चाहिए।’’ प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कोविड-19 की चुनौतियों से निपटने के लिए टीका विकसित करने के प्रयासों में लगे उत्पादकों की सराहना की।
PM appreciated the efforts made by Indian vaccine developers & manufacturers to rise to the COVID-19 challenge, & committed to continue government facilitation and support for all such efforts. He directed that both serosurveys & testing must be scaled up: Prime Minister's Office https://t.co/l5Cv3ezj1K
— ANI (@ANI) October 15, 2020
हाथ धोना कोविड-19, अन्य रोगों से बचाव का प्रभावी तरीका है : विश्व स्वास्थ्य संगठन
कोरोना वायरस महामारी के बीच गुजरे 10 महीनों के दौरान यह सामने आया कि साबुन से हाथ धोना और जन स्वास्थ्य सावधानी उपायों जैसे सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना, खांसी आने के दौरान मुंह ढंकना और मास्क पहनना आदि का उचित तरह से पालन करना वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए प्रभावी हथियार साबित हुए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने यह बात कही। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि रोगों से बचाव को लेकर जागरूक करने और हाथ धोने के महत्व को दर्शाने के मद्देनजर हर वर्ष 15 अक्टूबर को ‘विश्व हाथ धुलाई दिवस’ मनाया जाता है।
इस वर्ष पूरे विश्व को यह याद दिलाने के लिए यह और भी अहम है कि हाथ धोने जैसी साधारण आदत जीवन बचा सकती है। साथ ही यह बेहद किफायती भी है। डब्ल्यूएचओ की दक्षिण-पूर्व एशियाई क्षेत्र की प्रांतीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, '' हाथ धोना हमेशा से बीमारियों को दूर रखने का एक प्रभावी तरीका रहा है। यह एक ऐसा आसान उपाय है जो कि हमें स्वस्थ और सुरक्षित रखने में मददगार होता है। कोविड-19 से बचाव के लिए भी हाथ धोना एक बेहद प्रभावकारी उपाय है।''
उन्होंने कहा, '' पहले के मुकाबले अब कोविड-19 काल में हाथों की स्वच्छता हमारी दिनचर्या और जीवन का आवश्यक हिस्सा होना चाहिए ताकि हम बीमारियों से बच सकें।'' डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर बचाव के अन्य उपायों का पालन करने के साथ ही थोड़े समय अंतराल के बाद साबुन से हाथ धोना बेहद आवश्यक है।