Coronavirus: तबलीगी जमात को लेकर किए गए सवाल पर सख्त हुईं ममता बनर्जी, कहा- सांप्रदायिक सवाल मत पूछिए
By मनाली रस्तोगी | Published: April 8, 2020 11:20 AM2020-04-08T11:20:54+5:302020-04-08T11:30:11+5:30
ममता बनर्जी ने पिछले हफ्ते कुछ आंकड़ें साझा किए थे। उसके बाद से हालांकि निजामुद्दीन मरकज से लौटे लोगों के बारे में राज्य सरकार की ओर से कोई अपडेट नहीं आया है।
कोलकाता: ममता बनर्जी ने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में पश्चिम बंगाल से शामिल लोगों को लेकर मंगलवार को कोई भी अपडेट देने से इनकार कर दिया। पिछले महीने निजामुद्दीन मरकज कोरोना वायरस संक्रमण के हॉटस्पॉट के तौर पर उभरा था।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार (7 अप्रैल) को एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया था, जिसमें सीएम ममता बनर्जी शामिल हुई थीं। इस दौरान जब उनसे सवाल किया गया कि प्रदेश में तबलीगी जमात से आए कितने कोरोना पॉजिटिव मामले हैं तो वो इस सवाल पर कड़े अंदाज में उन्होंने कहा कि इस तरह के सांप्रदायिक सवाल मत करिए।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से जुड़े वीडियो का लिंक ममता बनर्जी के फेसबुक वॉल पर भी शेयर किया गया है लेकिन उसमें मरकज से जुड़े रिपोर्टरों के सवाल को भी हटा दिया गया है।
वहीं, बीजेपी नेताओं ने सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ तबलीगी जमात मुद्दे को लेकर अल्पसंख्यक तुष्टीकरण का आरोप लगाया है। दरअसल, पिछले हफ्ते बनर्जी ने कुछ आंकड़ें साझा किए थे। उन्होंने कहा था कि केंद्र ने राज्य को सूचित किया था कि पश्चिम बंगाल के 71 लोग दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में मस्जिद में गए थे।
अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने ये भी कहा था कि राज्य सरकार उनमें से 54 को ट्रैक करने में सफल रही है। इनमें से 40 तो विदेशी हैं, जोकि मलेशिया, इंडोनेशिया, थाइलैंड और म्यांमार से तबलीगी जमात में शामिल होने के लिए आए थे। इन सभी को कोलकाता में क्वारंटाइन किया गया। उम्मीद है कि बचे हुए बाकी लोग भी प्रशासन से संपर्क करेंगे।
मगर तब से तबलीगी जमात के कार्यक्रम में उपस्थित लोगों के बारे में कोई अपडेट सामने नहीं आया है। हालांकि, इस बीच कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया है कि बंगाल से धार्मिक मंडली में भाग लेने वाले 300 या उससे ज्यादा लोगों को कोलकाता के न्यूटाउन क्षेत्र में राज्य सरकार के केंद्रों में क्वारंटाइन किया गया है। इनमें 109 विदेशी और 195 पश्चिम बंगाल के हैं। मगर ममता बनर्जी की सकरार द्वारा इन आंकड़ों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।