16 जनवरी से लगेगा कोरोना का टीका, पीएम मोदी बोले-कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में ऐतिहासिक कदम
By एसके गुप्ता | Published: January 9, 2021 06:15 PM2021-01-09T18:15:13+5:302021-01-09T19:41:49+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि टीकाकरण के लिए हमारे बहादुर डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों और सफाई कर्मियों समेत अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
नई दिल्लीः जिन लोगों के जहन में वैक्सीन की आपात मंजूरी के बाद से यह सवाल है कि आखिर किस दिन से वैक्सीनेशन शुरू होगा।
उनके लिए बड़ी खुशखबरी है कि 16 जनवरी से देश में वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कोरोना टीकाकरण की तैयारियों पर एक उच्च स्तरीय बैठक की। इसमें कैबिनेट सेक्रेटरी, पीएम के प्रिंसिपल सेक्रेटरी, स्वास्थ्य सचिव के अलावा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में पीएम को टीकाकरण की सारी तैयारियों के बारे में और वैक्सीनेशन से पहले किए गए तीन सफल ड्राई वैक्सीन ट्रायल की जानकारी दी गई। विस्तृत समीक्षा के बाद यह तय हुआ कि लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल और माघ बिहू जैसे त्यौहारों के मद्देनजर देश में टीकाकरण अभियान 16 जनवरी से शुरू किया जाए। तब तक सूर्य उत्तरायण होने से लोगों को ठंड से थोड़ी राहत भी मिलेगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार सबसे पहले 3 करोड़ हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी। इन्हें वैक्सीन मुफ्त में लगेगी। पहले चरसा में शामिल 27 करोड ऐसे लोग भी हैं जिनकी उम्र 50 साल से ऊपर है और वह किसी न किसी बीमारी से पीड़ित हैं।
इन लोगों को वैक्सीन फ्री में लगेगी या कितना शुल्क लिया जाएगा, फिलहाल सरकार की ओर से इसका खुलासा नहीं किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को वैक्सीनेशन अभियान पर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से शाम का बातचीत करेंगे।
उच्च स्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री को जानकारी दी गई कि को-विन एप पर अब तक 79 लाख लाभार्थियों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है। इसके अलावा कोरोना टीकाकरण के पूर्वाभ्यास के लिए अब तक 3 बार देशव्यापी ड्राई रन भी किए जा चुके हैं। तीसरा देशव्यापी ड्राई रन एक दिन पहले ही शुक्रवार को हुआ था। जिसमें देश के सभी 615 जिलों को शामिल किया गया था।
कोरोना वैक्सीनेशन के ड्राई रन के दौरान अलग-अलग राज्यों से जो शिकायतें आईं हैं, उन्हें ठीक किया जा रहा है। ड्राई रन से पहले ही कुछ राज्यों ने सॉफ्टवेयर, कनेक्टिविटी और ब्रॉडबैंड से जुड़ी समस्याओं पर चिंता जताई है। वैक्सीनेशन के लिए सरकार की तरफ से बनाए गए ऐप 'कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (कोविन)' का भी टेस्ट किया गया। कोविन के जरिए ही उन लोगों का रजिस्ट्रेशन होगा जिन्हें टीका लगना है और रियल टाइम में ऐसे लोगों की ट्रैकिंग हो सकेगी।
पीएम को यह भी जानकारी दी गई कि 2360 इम्युनाइजेशन ऑफिसर्स को टीकारण अभियान की संपूर्ण ट्रेनिंग दी गई है। जो राज्यों में वैक्सीनेशन कार्यक्रम को चलाने में पिलर की भूमिका निभाएंगे। इनके अलावा 61 हजार प्रबंधक, 2 लाख वैक्सीनेटर और 3.7 लाख वैक्सीनेशन टीम सदस्य होंगे जो पूरे अभियान को अंजाम देंगे।
सभी की ट्रेनिंग ब्लॉक और जिला स्तर पर हो चुकी है। हाल ही में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवाक्सीन वैक्सीन को आपातकाल इस्तेमाल की मंजूरी दी है।