नई दिल्ली: भारतीय नौसेना के लगभग 15 से 20 जवानों में कोरोना वायरस के के पॉजिटिव टेस्ट पाए गए हैं। जिसके बाद जवानों को मुंबई के नौसैनिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि नौसेना में कोरोनो वायरस संक्रमण होने की यह पहली खबर है जिसके बाद उन लोगों का पता लगाया जा रहा है जो इनके संपर्क में आए थे। वहीं, सेना में अब तक वायरस के आठ पॉजिटिव केस सामने आए हैं।
एनडीटीवी में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये सभी आईएनएस (INS) आंग्रे महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के तट पर रह रहे थे। वहीं, इस बात की भी जांच की जा रही है कि युद्धपोतों पर तैनात कोई अन्य जवान इससे संक्रमित ना हो। दें कि आईएनएस आंग्रे को नौसेना के बैरक के रूप में भी जाना जाता है। यह मुंबई स्थित सभी जहाजों और इकाइयों को विभिन्न सुविधाएं प्रदान करता है। किनारे पर स्थित आईएनएस आंग्रे एक मदर शिप की तरह है जो विविध इकाइयों और सुविधाओं की एक विस्तृत सरणी के कामकाज को नियंत्रित और देखरेख करता है।
नौसेना ने कोविड-19 के मरीज को ले जाने के लिए ‘एयर इवैक्यूएशन पोड’ किया विकसित
नौसेना के कोच्चि में भारतीय नौसेना के गोदी ने दूर दराज़ के इलाकों से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एक स्मार्ट ‘एयर इवैक्यूएशन पोड’ (एईपी) विकसित किया है। स्वदेशी रुप से डिजाइन एईपी कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को पूरी से तरह से सील मरीज स्थानांतरित कैप्सूल में पोत और द्वीप से सुरक्षित ले जाने में टीम की मदद करेगा।
एक रक्षा प्रवक्ता ने यहां बताया कि इसमें पायलट और संक्रमित मरीज को ले जाने वाली टीम को संक्रमण लगने का कोई खतरा नहीं है और बाद में विमान को संक्रमण मुक्त करने की भी जरूरत नहीं है। प्रवक्ता ने बताया कि यह पोड नौसेना एयर स्टेशन, आईएनएस गरूड़ के प्रधान चिकित्सा अधिकारी के मार्गदर्शन और नौसेना अस्पताल आईएनएचएस संजीवनी के विशेषज्ञों के परामर्श से विकसित किया गया है। उन्होंने बताया कि इसका वजन 32 किलोग्राम है और इसको बनाने में 50,000 रुपये की लागत आई है।
महाराष्ट्र में कोविड-19 के 118 नए मामले, कुल संख्या बढ़ कर 3,320 हुई
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमण के शुक्रवार को 118 नए मामले आने के साथ ही राज्य में अभी तक 3,320 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। वहीं, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज कहा कि 20 अप्रैल से कुछ औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियां शुरू होंगी लेकिन यह कोरोना वायरस रोकथाम/उन्मूलन के लिए तय नियमों के पालन के आधार पर होगा। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने आज बताया कि शुक्रवार को राज्य में सात लोगों की संक्रमण से मौत हुई हैं अभी तक कुल 201 लोगों की मौत संक्रमण के कारण हुई है। उन्होंने बताया कि इलाज के बाद संक्रमण मुक्त होकर 331 लोग अपने घर लौट चुके हैं।