प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया संकेत, 8 जून के बाद बड़े फैसले होंगे, अर्थव्यवस्था को फिर पटरी पर लाना पहली प्राथमिकता
By हरीश गुप्ता | Published: June 3, 2020 06:56 AM2020-06-03T06:56:39+5:302020-06-03T06:56:39+5:30
देश में कोरोना संक्रमण के मामले पिछले कुछ दिनों में तेजी से बढ़े हैं। संक्रमितों की संख्या 2 लाख के करीब है। हालांकि, अब सरकार अर्थव्यवस्था को गति देने पर भी जोर लगा रही है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिस तरह सख्त लॉकडाउन लगाने की जल्दी थी, वे इसे उठाने के लिए भी उतनी ही हड़बड़ी में हैं. चार चरणों में लागू 70 दिनों के लॉकडाउन में हुए नुकसान को वे बिना वक्त गंवाए पटरी पर लाने के लिए आतुर हैं.
वक्त बदल गया: प्रधानमंत्री जब लॉकडाउन लागू कर रहे थे वे देश के सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सुन रहे थे. लेकिन वक्त बदल गया है अब वे तेजी से अर्थव्यवस्था सुधार में जुटना चाहते हैं. प्रधानमंत्री स्वयं कह चुके हैं कि अनलॉक-1 में अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा खुल गया है. 8 जून के बाद दूसरे चरण में और बड़े फैसले लिए जाएंगे.
प्रधानमंत्री मान चुके हैं कि देश को ज्यादा देर तक असमंजसपूर्ण लॉकडाउन में नहीं रखा जा सकता और विकास की गति तेज करनी होगी. लोकमत समाचार इस मुद्दे पर पहले ही खबर दे चुका है कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह मानना बंद कर चुके हैं और दूसरे ही मिशन पर निकल चुके हैं.
लक्ष्य हासिल हो गया! प्रधानमंत्री मानते हैं कि लॉकडाउन के कारण वांछित परिणाम मिल गए हैं. आज सीआईआई के एक ऑनलाइन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा है कि कोरोना ने भले हमारी अर्थव्यवस्था की गति धीमी कर दी हो लेकिन अब हम लॉकडाउन से बाहर निकल गए हैं और 'अनलॉक' के दौर में आ गए हैं. हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह वक्त बताएगा कि वास्तव में लॉकडाउन का लक्ष्य मिला या नहीं.
तेजी से बढ़ रही संक्रमितों की संख्या: देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 8171 नए मामले सामने आने के बाद मंगलवार को कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 198706 हो गई है. वहीं, इस खतरनाक वायरस से 204 और लोगों की मौत हो गई. इसके साथ ही देश में मृतकों का आंकड़ा 5598 हो गया. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अभी 97581 मरीजों का इलाज चल रहा है और अब तक 95526 संक्रमित लोग स्वस्थ हो चुके हैं और एक व्यक्ति देश से बाहर जा चुका है.