Shaheen Bagh Protest: कपिल मिश्रा के फिर बिगड़े बोल, कहा- प्रदर्शनकारी 'सुसाइड मिशन पर आतंकवादी' जैसा व्यवहार कर रहे हैं
By रामदीप मिश्रा | Published: March 17, 2020 09:58 AM2020-03-17T09:58:45+5:302020-03-17T10:01:01+5:30
Coronavirus: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को घोषणा की कि कोरोना वायरस के बढ़ते कहर के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में 31 मार्च तक 50 से अधिक लोगों की मौजूदगी वाले धार्मिक, सामाजिक सांस्कृतिक कार्यक्रम और राजनीतिक बैठकें करने की अनुमति नहीं होगी।
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के मद्देनजर दिल्ली सरकार द्वारा मार्च के अंत तक 50 से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध की घोषणा के बाद भी शाहीन बाग में सैकड़ों लोग इकठ्ठा हुए। इस बीच शाहीन बाग को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता कपिल मिश्रा के बोल बिगड़ गए हैं और प्रदर्शनकारियों की तुलना आतंकवादियों के आत्मघाती सुसाइड मिशन से कर दी है।
कपिल मिश्रा ने कोरोना वायरस पर शाहीन बाग को लेकर मंगलवार (17 मार्च) को ट्वीट कर कहा, 'पहले उन्होंने (प्रदर्शनकारियों) हमारे ट्रैफिक को रोककर हमें स्कूलों, अस्पतालों और नौकरी पर जाने से रोका। अभी शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी 'सुसाइड मिशन पर आतंकवादी' जैसा व्यवहार कर रहे हैं। शाहीन बाग अब दिल्ली के लाखों नागरिकों के जीवन के लिए सीधा खतरा है। यह एक आपराधिक कृत्य है'
इससे पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान शाहीन बाग को लेकर 22 और 23 जनवरी को ट्वीट कर कपिल मिश्रा ने कहा था कि दिल्ली में छोटे छोटे पाकिस्तान बने हैं, शाहीन बाग में पाकिस्तान की इंट्री हुई है और आठ फरवरी को दिल्ली में भारत बनाम पाकिस्तान होगा। इसके अलावा उन्होंने अन्य ट्वीट में कहा था कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने पाकिस्तान की तरह शाहीन बाग बनाया है।
First they blocked our traffic, stopped us from going to schools, hospitals & jobs
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) March 17, 2020
Now
Shaheen Bagh protestors are behaving like "Terrorists on suic*de mission"
Shaheen Bagh is now a direct threat to lives of millions of Delhi citizens
It's a criminal act #Corona
इधर, संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ महिलाओं की अगुवाई वाले शाहीन बाग के धरने को 93 दिन हो गए हैं। धरने को युवा और कॉलेज छात्रों ने संबोधित किया। धरने में महिलाएं और बच्चे शामिल थे। इसमें फैज अहमद फैज की कविताओं का पाठ किया गया। विविधता में एकता और क्रांति के नारे लगाए जा रहे थे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को घोषणा की कि कोरोना वायरस के बढ़ते कहर के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में 31 मार्च तक 50 से अधिक लोगों की मौजूदगी वाले धार्मिक, सामाजिक सांस्कृतिक कार्यक्रम और राजनीतिक बैठकें करने की अनुमति नहीं होगी।
उन्होंने यह भी संकेत दिया कि यह प्रतिबंध दिल्ली के शाहीन बाग और जामिया मिल्लिया इस्लामिया के बाहर विरोध प्रदर्शन करने वाली भीड़ पर लागू होगा। गौरतलब है कि इन स्थानों पर में संशोधित नागरिकता कानून, राष्ट्रीय नागरिक पंजी और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के खिलाफ 15 दिसंबर से धरना जारी है।