Coronavirus Pandemic: महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में हैं कोरोना के 62 फीसदी रोगी
By एसके गुप्ता | Published: September 8, 2020 08:56 PM2020-09-08T20:56:29+5:302020-09-08T20:56:29+5:30
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को प्रेसवार्ता में कहा कि अच्छी बात यह है कि भारत में कोरोना रोगियों का रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है। देश में आज आठ लाख 83 हजार सक्रिय कोरोना मामले हैं तो 33 लाख 23 हजार लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं।
नई दिल्लीः महाराष्ट्र सहित पांच राज्य ऐसे हैं जहां देश के 62 फीसदी कोरोना रोगी हैं। कुल सक्रिय कोरोना रोगियों में महाराष्ट्र में 27 फीसदी, आंध्र प्रदेश में 11 फीसदी, कर्नाटक में 10.98 फीसदी, उत्तर प्रदेश में करीब सात फीसदी और तमिलनाडु में करीब छह फीसदी मामले हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने मंगलवार को प्रेसवार्ता में कहा कि अच्छी बात यह है कि भारत में कोरोना रोगियों का रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है। देश में आज आठ लाख 83 हजार सक्रिय कोरोना मामले हैं तो 33 लाख 23 हजार लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए 'मास्क पहन कर जाना है, दो गज की दूरी बनाना है'जरूरी है। सभी लोग योग करें, थूकने से बचें और चिकित्सा मानकों का पालन गंभीरता से करें। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि देश में 10 लाख की जनसंख्या पर 53 मौतें दर्ज हुई हैं। जिन देशों से हमारी तुलना की जाती है वहां 10 लाख की जनसंख्या पर मौत का आंकड़ा 500 से 600 तक है।
उन्होंने कहा कि अगस्त में भारत में कोरोना मृत्यु दर 2.15 फीसदी थी, अब 1.70 फीसदी है। केंद्र शासित प्रदेशों सहित 14 राज्यों में पांच हजार से भी कम मामले हैं। महाराष्ट्र में दो लाख 37 हजार सक्रिय मामले हैं। पिछले 24 घंटे में 1133 कोरोना मरीजों की मौत हुई है। राज्यों को सुधार के लिए कहा गया है कि वह कोरोना रोगियों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर ध्यान दें।
जिससे संक्रमण की चेन को तोड़ने में मदद मिलेगी। भारत में चिकित्सा प्रोटोकॉल में जरूरत के अनुसार बदलाव भी किए गए हैं। टेस्टिंग को लगातार बढ़ाया जा रहा है। आईसीएमआर के निदेशक डा. बलराम भार्गव ने कहा कि लोगों को कोरोना वायरस से डरना चाहिए, जांच से नहीं। अभी तक पांच करोड़ से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है।
रूस की वैक्सीन पर अगले माह से फेस-तीन का ट्रायल:
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि रूस द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन पर विचार किया जा रहा है। रूस ने हमारी कंपनियों के नेटवर्क से वैक्सीन के उत्पादन और देश में वैक्सीन के तीसरे चरण ट्रायल में मदद मांगी है। भारत सरकार मित्र देश रूस की ओर से भागीदारी की इस पेशकश का सम्मान करती है। उन्होंने कहा कि दोनों ही पहलुओं पर अहम प्रगति हुई है। रूस की वैक्सीन स्पुतनिक वी के तीसरे चरण का ट्रायल इसी महीने से भारत सहित पांच देशों में शुरू होगा।
India's COVID-19 cases per million population among lowest in world: Health Ministry
— ANI Digital (@ani_digital) September 8, 2020
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