Palghar mob lynching: पालघर लिचिंग का आरोपी निकला कोरोना वायरस पॉजिटिव, जेल में 20 लोगों के साथ था बंद
By निखिल वर्मा | Published: May 2, 2020 12:41 PM2020-05-02T12:41:06+5:302020-05-02T12:46:38+5:30
पालघर में 16 अप्रैल को दो साधुओं और उनके चालक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में कासा पुलिस स्टेशन में दो इंस्पेक्टर, एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर और दो हेड कांस्टेबल को निलंबित किया जा चुका है.
पालघर मॉब लिंचिंग मामले में वाडा पुलिस स्टेशन में बंद एक आरोपी कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है। आरोपी को पहले पालघर ग्रामीण अस्पताल के एक आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था और उसे जेजे अस्पताल के कैदी वार्ड में स्थानांतरित किया जा रहा है। संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं, क्योंकि उस सेल पॉजिटिव आरोपी सहित 20 लोग बंद थे।
इस बीच पुलिस ने पालघर लिंचिंग मामले में 5 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी को 13 मई तक CID की हिरासत में भेज दिया गया है। मामले में अब तक 9 नाबालिगों सहित कुल 115 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पूरे मामले की विशेष महानिरीक्षक द्वारा जांच की जा रही है और जांच का जिम्मा सीआईडी को सौंपा गया है। पालघर की घटना 16 अप्रैल की रात की है जब दो साधू तथा उनका चालक किसी परिचित के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कार से मुंबई से गुजरात के सूरत जा रहे थे। उनके वाहन को पालघर जिले के एक गांव के पास रोक लिया गया जहां भीड़ ने बच्चा चोरी करने के संदेह में तीनों को कार से बाहर निकाला और उनकी लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
मृतकों की पहचान चिकने महाराज कल्पवृक्षगिरि (70), सुशीलगिरि महाराज (35) और चालक निलेश तेलगड़े (30) के रूप में की गई। महाराष्ट्र सरकार ने घटना की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। इस मा्मले में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तार किया जा चुका है।