देश के कई राज्यों में तेजी से फैल रहा कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन, जानें किन 5 राज्यों में सबसे अधिक कोविड के मामले
By अनुराग आनंद | Published: February 21, 2021 10:33 AM2021-02-21T10:33:31+5:302021-02-21T13:57:01+5:30
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से संक्रमण के 240 मामले सामने आए हैं। माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ रहे संक्रमितों की संख्या के पीछे एक वजह यह भी है।
नई दिल्ली: एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोरोनो वायरस से देश के लोगों में हर्ड इम्युनिटी यानी सामूहिक प्रतिरोधक क्षमता विकसीत हो गई है, यह सिर्फ एक भ्रम है। ऐसा तभी संभव है जब देश के कुल जनसंख्या के लगभग 80 प्रतिशत लोगों के अंदर एंटीबॉडी डेवलप कर जाए।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर महाराष्ट्र में पाए जाने वाले नए भारतीय कोरोना वायरस स्ट्रेन को फैलने से रोकने के लिए अभी यदि सावधानी नहीं रखा जाए तो यह देश के दूसरे राज्यों में भी संक्रमण के मामले को अत्यधिक तेजी से बढ़ा सकता है और वायरस का नया स्ट्रेन पहले से अधिक खतरनाक हो सकता है।
एनडीटीवी के मुताबिक, गुलेरिया ने कहा कि कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन उन लोगों में फिर से संक्रमण फैला सकता है, जो पहले से संक्रमित हो चुके हैं और जिनमें एंटी-बॉडी विकसित भी हो चुकी है।
240 कोरोना वायरस नए स्ट्रेन के मामले सामने आए हैं-
इसके अलावा, महाराष्ट्र के कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉक्टर शशांक जोशी ने बताया कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां 240 नए स्ट्रेन के मामले सामने आए हैं। ऐसे में संभव है कि कई राज्यों में संक्रमण के मामले में उछाल के पीछे नया स्ट्रेन ही जिम्मेदार है।
जानें महाराष्ट्र समेत किन 5 राज्यों में कोरोना वायरस के मामले बढ़ें-
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में कोविड-19 के नए मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इन 5 राज्यों से 86.69% फीसदी नए केस सामने आए हैं। जिसमें महाराष्ट्र और केरल में 75.87% एक्टिव केस हैं। महाराष्ट्र में संक्रमण के नए स्ट्रेन के भी सर्वाधिक मामले सामने आए हैं।
मुंबई में महानगरपालिका ने 1305 इमारतों को सील कर दिया-
मुंबई में कोरोना का संक्रमण एक बार फिर तेजी से फैल रहा है। जिसकी वजह से BMC ने बड़ा कदम उठाया है। महानगरपालिका ने 1305 इमारतों को सील कर दिया है। इन इमारतों में 71,838 परिवार रहते हैं। मुंबई में 2749 केस आने के बाद बीएमसी ने यह फैसला लिया है।