मुंबई: कोरोना वायरस ने ले ली एक और पुलिसकर्मी की जान, अब तक आठ कर्मियों की हुई मौत
By भाषा | Published: May 16, 2020 03:51 PM2020-05-16T15:51:08+5:302020-05-16T16:07:41+5:30
मुंबई के धारावी में शाहू नगर पुलिस थाने में तैनात 33 वर्षीय मुंबई पुलिस के एक सहायक पुलिस निरीक्षक की कोरोना वायरस के चलते मृत्यु हो गई।
मुंबई:मुंबई पुलिस के एक सहायक पुलिस निरीक्षक की कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण के कारण शनिवार को यहां एक सरकारी अस्पताल में मौत हो गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि धारावी में शाहू नगर पुलिस थाने में तैनात 33 वर्षीय अधिकारी को सुबह उनके घर में बेहोश पाया गया और उन्हें सायन स्थित लोकमान्य तिलक अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि सायन के प्रतीक्षा नगर में रहने वाले यह अधिकारी छुट्टी पर थे। वह सर्दी और बुखार से पीड़ित थे। अधिकारी ने बताया कि मरीज की बुधवार को जांच की गई थी और उनकी रिपोर्ट शनिवार को आई, जिसमें उन्हें संक्रमित पाया गया। मुंबई पुलिस बल में कोविड-19 से यह आठवीं मौत है।
क्यों धारावी इलाका है खतरनाक?
आपको बता दें कि मुंबई का धारावी इलाका एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती है। इसके अलावा यह सबसे भीड़भाड़ वाला इलाका भी है, जिसकी वजह से यहां कोरोना वायरस (Coronavirus) काफी तेजी से अपने पैर पसार रहा है। यहां लगातार इस महामारी से हो रही मौतों का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। यही कारण है कि महाराष्ट्र सरकार ने स्टेट रिज़र्व पुलिस फॉर्स (SRPF) को धारावी में लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने के लिए तैनात किया है। इसके अलावा मुंबई पुलिस ड्रोन के जरिए इस इलाके पर निगरानी रख रही है।
कैसी है महाराष्ट्र की स्थिति?
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार सुबह से लेकर अब तक 103 लोगों की मौत हुई है। इनमें 49 लोगों की महाराष्ट्र में, 20 की गुजरात में, 10 की पश्चिम बंगाल में, आठ की दिल्ली में, सात की उत्तर प्रदेश में, पांच की तमिलनाडु में, दो की मध्य प्रदेश में और एक-एक व्यक्ति की मौत कर्नाटक तथा हिमाचल प्रदेश में हुई है।
यही नहीं, देश में अब तक 2,752 लोग इस संक्रामक रोग के कारण जान गंवा चुके हैं। इनमें से सबसे अधिक 1,068 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई। मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी किए आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमित कुल 29,100 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें से 6564 लोग ठीक या डिस्चार्ज हो चुके हैं।