कोरोना वायरस: ई-रेल टिकट को ना करें रद्द, अपने आप वापस आ जाएगा पूरा पैसा, IRCTC ने ट्वीट कर दी जानकारी
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 25, 2020 07:35 AM2020-03-25T07:35:27+5:302020-03-25T09:53:24+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए मंगलवार को अभूतपूर्व कदम उठाते हुए पूरे देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की।
नई दिल्ली: जिन यात्रियों ने अपना रेल आरक्षण ऑनलाइन किया है और रेलवे की बंदी के कारण उन्हे यात्रा रद्द करनी पड़ी है तो उन्हे अपने टिकट का पैसा वापस हासिल करने के लिए चिंता करने की जरूरत नहीं है.उन्हे टिकट का पूरा पैसा उसी मार्ग से वापस मिल जाएगा जिससे टिकट बुक किया गया था.
भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने लोगों से कहा है कि वे उन ट्रेनों के लिए ऑनलाइन बुक किए गए टिकटों को रद्द करें जिन्हें रद्द कर दिया गया है. आईआरसीटीसी ने आश्वासन दिया है कि उन्हें खुद ही पूरा पैसा मिल जाएगा. इससे पूर्व रेलवे ने काउंटर टिकट रद्द करने के लिए 21 जून तक का समय तीन महीने बढ़ा दिया था.रेलगाड़ी रद्द होने के मामले में रेलवे द्वारा कोई शुल्क नहीं काटा जाता है.'
आईआरसीटीसी ने एक बयान में कहा कि रेलवे यात्री ट्रेनों को बंद किए जाने के बाद ई-टिकट रद्द करने को लेकर संदेह जताया जा रहा है.बल्कि ऐसा नहीं है. रेलवे ने कोरोना वायरस के मद्देनजर रेलगाड़ियों को 31 मार्च तक रद्द कर दिया है।
इसमें कहा गया है, 'यात्री की ओर से कोई रद्द करने की आवश्यकता नहीं है. यदि यात्री अपनी टिकट को रद्द करता है, तो संभावना है कि उसे कम पैसा मिले. यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे उन ट्रेनों के लिए ई-टिकट को रद्द न करें, जिन्हें रेलवे ने रद्द कर दिया है.' बयान में कहा गया है, 'ई-टिकट की बुकिंग के लिए यात्री द्वारा इस्तेमाल किए गए खाते में उसका पैसा भेज दिया जाएगा. रेलगाड़ी रद्द होने के मामले में रेलवे द्वारा कोई शुल्क नहीं काटा जाता है.' रेलवे ने कोरोना वायरस के मद्देनजर रेलगाड़ियों को 31 मार्च तक रद्द कर दिया है.
कोरोना वायरस से मंगलवार को दिल्ली और महाराष्ट्र में एक-एक और मौतों के साथ देश में अब तक इस संक्रमण से 11 लोगों की जान जा चुकी है जबकि करीब 500 लोग इससे संक्रमित हैं। इस वायरस को लेकर लोगों का भय बढ़ता जा रहा है क्योंकि दुनिया में संक्रमण से मरने वालों की संख्या 17,000 के करीब पहुंच गई है।