कोविड-19ः मुंबई से आगे दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के 70390 मरीज
By एसके गुप्ता | Published: June 25, 2020 07:56 PM2020-06-25T19:56:44+5:302020-06-25T19:56:44+5:30
केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों ही दिल्ली की स्थिति में सुधार चाहते हैं। इसी के मद्देनजर गुरुवार को दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट की बैठक में उपराज्यपाल अनिल बैजल ने केजरीवाल सरकार की बात को मानते हुए होम क्वारंटाइन की पूर्व की यथास्थिति को बहाल करने की अनुमति दे दी है।
नई दिल्लीः दिल्ली और केंद्र के बीच वर्चस्व की लड़ाई में दिल्ली कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या में मुंबई से आगे निकल गई है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण ने ऐसी रफ्तार पकड़ी है कि मुंबई पीछे छूट गई है।
दिल्ली में कोरोना के 70 हजार 390 मरीज हैं। वहीं मुंबई में कोरोना के 69 हज़ार 528 मरीज हैं. दिल्ली के बढते आंकड़ों ने सभी को चिंता में डाल दिया है। केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों ही दिल्ली की स्थिति में सुधार चाहते हैं। इसी के मद्देनजर गुरुवार को दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट की बैठक में उपराज्यपाल अनिल बैजल ने केजरीवाल सरकार की बात को मानते हुए होम क्वारंटाइन की पूर्व की यथास्थिति को बहाल करने की अनुमति दे दी है।
दिल्ली सरकार होम क्वारंटाइन पर एलजी के यू-टर्न को अपनी जीत मान रही है। जिससे अब दिल्ली वालों को अपनी मनमर्जी के खिलाफ कोविड केयर सेंटर पर जाकर अपना कोरोना टेस्ट नहीं कराना होगा। उपराज्यपाल अनिल बैजल ने केजरीवाल सरकार के कडे विरोध के बाद लगातार अपना दूसरा फैसला वापिस लिया है। इससे पहले पांच दिन के इंस्टीट्यूशनल ट्रीटमेंट के फैसले को एलजी ने वापस लिया था।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिल्ली के हालातों पर बैठक और उसके बाद अस्पताल का दौरा करना। इसके बाद दिल्ली में एंटीजन किट से टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश देने के बाद यह सवाल खड़े होने लगे थे कि टेस्टिंग के बाद अस्पताल कहां से आएंगे। जिसके बाद एलजी अनिल बैजल ने आनन फानन में दिल्ली सरकार की क्वारंटाइन योजना के स्थान पर अपने फरमान जारी कर दिए थे।
जिसका दिल्ली सरकार शुरू से ही विरोध करती आ रही है। सरकार के विरोध पर बार-बार आम आदमी पार्टी के विधायकों की ओर से भी बयान आ रहा है कि चुनी हुई सरकार की बातें नहीं मानी जा रही है। इसके बाद प्लाजमा थैरेपी पर सवाल खड़ी करने वाली केंद्र सरकार को महाराष्ट्र और दिल्ली में लगातार चुनौती मिल रही है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की कोरोना स्थिति में सुधार प्लाजमा थैरेपी से हुआ है। उधर महाराष्ट्र में भी प्लाजमा डोनेशन को लेकर बड़े स्तर पर अपील की जा रही है।
टेस्टिंग बढ़ने से पहले दिल्ली में रोजाना करीब एक हजार कोरोना पॉजिटिव केस रजिस्टर्ड हो रहे थे। अब दिल्ली में तीन हजार से ज्यादा मामले हर रोज आ रहे हैं। दिल्ली में बुधवार को भी 3,788 पॉजिटिव मामले सामने आए, दिल्ली में बुधवार को 64 लोगों की मौत भी हुई।
दिल्ली के लिए राहत की बात ये है कि मुंबई की तुलना में दिल्ली में कोरोना से कम मौत हुई है। दिल्ली में कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या भी ज्यादा है। दिल्ली में अब तक 70 हज़ार 390 में से 41437 मरीज़ स्वस्थ्य हुए हैं और मुंबई में कोरोना के कुल 69 हजार 528 में से 37008 मरीज़ ठीक हो हुए हैं। दिल्ली में अब तक 2365 लोगों की मौत हुई है वहीं मुंबई में अब तक कोरोना से 3964 लोगों की मृत्यु हुई है।