तबलीगी जमात पर नकेल, सीबीआई ने नकद लेन-देन और विदेशी चंदे की प्रारंभिक जांच शुरू की
By भाषा | Published: May 29, 2020 05:53 PM2020-05-29T17:53:56+5:302020-05-29T17:53:56+5:30
तबलीगी जमात पर सीबीआई ने नकेल कसना शुरू कर दिया है। विदेशी चंदा सहित नकदी लेन-देन को लेकर कई मामले दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
नई दिल्लीः सीबीआई ने कथित तौर पर संदिग्ध नकद लेन-देन करने और विदेशी चंदा प्राप्त करने की बात अधिकारियों से छिपाने को लेकर तबलीगी जमात के आयोजकों के खिलाफ एक प्रारंभिक जांच दर्ज की है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सीबीआई ने जांच में किसी खास व्यक्ति को नामजद नहीं किया है। अधिकारियों ने बताया कि यह जांच एक शिकायत पर दर्ज की गई, जिसमें कहा गया है कि जमात के आयोजक अवैध एवं अनुचित तरीकों से संदिग्ध नकद लेन-देन में संलिप्त हैं।
उन्होंने बताया कि यह भी आरोप लगाया गया है कि आयोजकों ने विदेशी चंदा प्राप्त करने की बात का खुलासा अधिकारियों के समक्ष नहीं किया, जबकि इस तरह के उद्देश्य के लिये विदेशी चंदा (नियमन) अधिनियम के तहत जानकारी दी जानी चाहिए थी। केंद्रीय जांच एजेंसी ने एक प्रारंभिक जांच दर्ज करने के बाद तबलीगी जमात के वित्तीय लेन-देन की जांच शुरू कर दी है।
दक्षिण दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में मार्च के प्रथम पखवाड़े में तबलीगी जमात के एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने वाले इसके कई सदस्यों के कोविड-19 से संक्रमित होने की खबरें मीडिया में सुर्खियों में रही थी। अधिकारियों ने बताया कि किसी मामले में प्राथमिकी दर्ज कर उसकी विस्तृत जांच पर आगे बढ़ने के लिये प्रथम दृष्टया सामग्री है या नहीं, उस बारे में फैसला करने के लिये प्रारंभिक जांच शुरुआती कदम है। उन्होंने बताया कि एजेंसी ने दिल्ली पुलिस सहित विभिन्न प्राधिकारों से जमात के रिकार्ड जुटाना शुरू कर दिया है और इस बारे में पत्र भेजे हैं।
तीन देशों के 536 तबलीगी जमात सदस्यों के खिलाफ आरोप पत्र दायर करेगी दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा तीन देशों के 536 तबलीगी जमात सदस्यों के खिलाफ 12 आरोप पत्र दायर करेगी। पुलिस अभी तक 32 देशों के 374 विदेशी नागरिकों के खिलाफ आरोप पत्र दायर कर चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि तबलीगी जमात के सदस्यों के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने वीजा नियमों एवं महामारी संबंधी कानून के तहत सरकारी दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया तथा ऐसी लापरवाही की जो जानलेवा बीमारी फैलाने की वजह बन सकती है।
राष्ट्रीय राजधानी के निजामुद्दीन इलाके में मार्च में तबलीगी जमात ने एक बड़े धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जो बाद में देश में कोरोना वायरस का एक केंद्र बनकर सामने आया। इसमें भाग लेने वाले कुछ लोग बाद में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए और उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में अपने गृह नगरों की यात्रा की थी।