कोरोना संकट: सीमाओं पर पलायन कर रहे दिहाड़ी मज़दूरों की बढ़ती गयी भीड़, सोती रही सरकार, हालात हुये खराब
By शीलेष शर्मा | Published: March 28, 2020 04:53 PM2020-03-28T16:53:29+5:302020-03-28T16:53:29+5:30
राहुल गाँधी ने आज सरकार पर तीखा हमला किया, अपने ट्वीट में लिखा " सरकार इस भयावह हालत के लिये ज़िम्मेदार है। नागरिकों की ये दशा करना एक बहुत बड़ा अपराध है।
नयी दिल्ली: कोरोना की जंग जीतने के लिये सरकार द्वारा लगाये गये लॉक डॉउन का पूरा मक़सद दिल्ली से राज्यों की ओर पलायन कर रहे दिहाड़ी मज़दूरों ने बे नतीज़ा कर दिया है राजधानी की सीमाओं से सटे राज्यों के बॉर्डर पर लाखों की भीड़ जमा हो गयी है ,यह भीड़ पिछले तीन दिनों से लगातार बड़ रही है लेकिन सरकार ने समय रहते इस समस्या को नज़रंदाज़ किया नतीज़ा अब हालात काबू से बाहर निकल चुके हैं क्योंकि बड़ी संख्या में यह मज़दूर सामान और छोटे -छोटे बच्चों को उठाये पैदल ही कूच कर चुके हैं।
राहुल गाँधी ने आज सरकार पर तीखा हमला किया ,अपने ट्वीट में लिखा " सरकार इस भयावह हालत के लिये ज़िम्मेदार है। नागरिकों की ये दशा करना एक बहुत बड़ा अपराध है। आज संकट की घड़ी में हमारे भाइयों -बहनों को कम से कम सम्मान और सहारा तो मिलना ही चाहिये। सरकार जल्द से जल्द ठोस कदम उठाये ताकि यह एक बड़ी त्रासदी न बन जाये "
राहुल का इसरा सीधे कम्युनिटी संक्रमण के खतरे की तरफ था। जब तक लोगों को पूरी तरह रोका नहीं जाता यह खतरा हमारे ऊपर बना रहेगा।
विपक्ष कई दिनों से चिल्ला -चिल्ला कर सरकार से मांग कर रहा है कि इनको गंतव्य तक यातायात उपलब्ध कराया जाये लेकिन सरकार ने आदतन विपक्ष की मांग को अनसुना कर दिया।
अखिलेश यादव ,मायावती ,सीताराम येचुरी ,सहित दूसरे नेताओं ने इनके भोजन और आवास की जहाँ मांग की वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने सवाल उठाया कि जब विदेशों फंसे लोगों को लाने के लिये विशेष विमान भेज सकते हैं तो इनके लिये बसों ,रेल गाड़ियों की व्यबस्था क्यों नहीं की जा सकती थी।
हालाँकि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की आज तीसरे दिन आँख खुली जब उत्तर प्रदेश की सीमा पर बड़ा हज्जूम जमा हुआ ,प्रशासन के हाथ पैर फूलने लगे तब यूपी रोडवेज़ को चलाने की घोषणा की गयी ,दूसरी तरफ़ बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने पलायन कर रहे मज़दूरों को जहाँ हैं वहीं रोक कर उनकी व्यबस्था करने की बात कह डाली। सीमाओं पर जमा भीड़ ज्यादा तर पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों की है। यूँ गुजरात -राजस्थान सीमा ,पंजाब -हरियाणा सीमा पंजाब -दिल्ली सीमा पर भी ऐसे ही हाल हैं।
पंजाब से पलायन कम हो रहा है क्योंकि राज्य सरकार ने 10 लाख ऐसे लोगों को भोजन देने की व्यबस्था जो कर रखी है।
ज्यादा किराया भी बन चुका है मुसीबत
भारी भीड़ देख कर मज़बूरी का फ़ायदा उठाने में निजी बसों के मालिक मनमाना किराया बसूल रहे हैं ,नॉएडा से आगरा जाने के लिए 150 रुपये की जगह यह बस वाले 400 रुपये प्रति सवारी मांग रहे हैं ,लोग पैसा होने की बात कह कर गिड़गिड़ा रहे हैं लेकिन बस वालों का दिल पसीजने का नाम नहीं ले रहा ,ज़बाब मिल रहा है इलाके के थानेदार के कहने पर यह किराया लिया जा रहा है। अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या निजी बसों और पुलिस के बीच कोई सांठ -गांठ है।
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