देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या पहुंची 23 हजार के पार, पिछले 24 घंटों में 37 लोगों की मौत, 1684 नए मामले आए सामने
By रामदीप मिश्रा | Published: April 24, 2020 09:03 AM2020-04-24T09:03:08+5:302020-04-24T09:13:21+5:30
Coronavirus cases updates: पिछले 24 घंटों में COVID-19 के 1684 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, 37 लोगों की मौत हो गई है। फिलहाल 17 हजार, 610 मामले सक्रिय हैं। कुल मिलाकर कोरोना के मामलों की संंख्या 23 हजार, 77 हो गई है।
नई दिल्लीः कोरोना वायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस घातक वायरस से मरने वालों की संख्या 718 पहुंच गई है। इसके अलावा देश में संक्रमित मरीजों तादाद 23,000 से पार हो गई है। हालांकि 4749 लोग ठीक हुए है। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई है। बीते दिन देश में कोविड-19 के मामले की संख्या 21700 थी, जबकि मरने वालों की संख्या 686 थी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी सुबह के आंकडों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में COVID-19 के 1684 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, 37 लोगों की मौत हो गई है। फिलहाल 17 हजार, 610 मामले सक्रिय हैं। कुल मिलाकर कोरोना के मामलों की संंख्या 23 हजार, 77 हो गई है।
इधर, भारत के पास कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए संसाधनों की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता के प्रति विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को आश्वस्त करते हुए स्वास्थ्य मंत्री डा हर्षवर्धन ने कहा कि भारत सरकार इस वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये कारगर रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है। विश्व में कोविड-19 की मौजूदा चिंताजनक स्थिति को देखते हुये मरने वालों की संख्या में कमी लाने के लिए विशेष उपायों की आवश्यकता है।
सरकार ने कहा कि लॉकडाउन से कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में मदद मिली है और बीते दस दिन में रोगियों के ठीक होने की दर लगभग दोगुनी हुई है। हालांकि सरकार ने कहा कि महामारी से निपटने के लिये जांच की गति बढ़ाने की जरूरत है। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को लॉकडाउन के 31 दिन पूरे हो गए। ऐसे में आर्थिक नुकसान को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।
भारतीय उद्योग परिसंघ ने लॉकडाउन लंबा चलने पर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 0.9 फीसदी की गिरावट की आशंका जतायी है। साथ कहा कि चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर अधिकतम 1.5 प्रतिशत रह सकती है। इसके अलावा रेटिंग एजेंसी फिच ने वित्त वर्ष 2020-21 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को घटाते हुए इसे 0.8 प्रतिशत कर दिया।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि 14 अप्रैल को रोगियों के ठीक होने की दर 9.99 प्रतिशत थी जो तेजी से सुधार के साथ 19.89 हो गई है। इसके अलावा 12 जिले ऐसे हैं, जिनमें बीते 28 दिनों के दौरान एक भी मामला सामने नहीं आया।
वहीं, कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिये सरकार द्वारा गठित वरिष्ठ अधिकारियों के समूह की अध्यक्षता कर रहे पर्यावरण सचिव सी के मिश्रा ने बताया कि पिछले 30 दिनों में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से उछाल दर्ज नहीं किया गया, बल्कि मरीजों की संख्या, अन्य देशों की तुलना में धीमी गति से बढ़ी है। संक्रमण के परीक्षण की गति भी लगातार बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि संक्रमण फैलने की गति और संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि की गति में निरंतर गिरावट आ रही है। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि महामारी के प्रकोप में वृद्धि की गति स्थिर बनी हुयी है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस की महामारी के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर देश में 22 मार्च को ‘जनता कर्फ्यू’ पर अमल के बाद केंद्र सरकार ने 25 मार्च से 21 दिन का देशव्यापी लॉकडाउन घोषित किया था। बाद में इसकी अवधि को तीन मई तक के लिये बढ़ा दिया गया।