Coronavirus: मोदी सरकार का बड़ा फैसला, डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले के दोषियों को हो सकती है 7 साल तक की सजा, लग सकता है 5 लाख रुपये तक जुर्माना
By सुमित राय | Published: April 22, 2020 03:19 PM2020-04-22T15:19:11+5:302020-04-22T15:50:40+5:30
स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए अध्यादेश लेकर आई है और इसे गैरजमानती अपराध की श्रेणी में रखा गया है।
कोरोना वायरस का संक्रमण देश में लगातार बढ़ता जा रहा है और इस बीच इसके बचाव में लगे डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों पर लगातार हमले की खबर आ रही है। अब केंद्र सरकार ने इसके खिलाफ बड़ा कदम उठाया है और एक अध्यादेश लेकर आई है। स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला गैरजमानती अपराध की श्रेणी में रखा गया है।
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया, "आरोग्य कर्मियों के खिलाफ होने वाले हमलों और उत्पीड़न को बिलकुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनकी सुरक्षा के लिए सरकार पूरा संरक्षण देने वाला अध्यादेश जारी करेगी। प्रधानमंत्री के हस्ताक्षर के बाद ये तुरंत प्रभाव से जारी होगा।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया, "मेडिकल टीम पर हमला करने पर 3 महीने से 5 साल की सजा और 50 हजार से 2 लाख रुपये तक का जुर्माना होगा। अगर गंभीर नुकसान हुआ है तो 6 महीने से 7 साल की सजा का प्रावधान और जुर्माना 1 लाख से 5 लाख रुपये है।" इसके अलावा प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि अध्यादेश के अनुसार, अगर हमले में किसी स्वास्थ्यकर्मी की गाड़ी का नुकसान होता है तो मार्केट वैल्यू का दोगुना ज्यादा भरपाई की जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने बताया, "मेडिकलकर्मियों पर हमला करने वालों को जमानत नहीं मिलेगी और 30 दिन के अंदर इसकी जांच पूरी होगी, जबकि 1 साल के अंदर फैसला लाया जाएगा।"
मेडिकल टीम पर हमला करने पर 3महीने से 5साल की सजा और 50,000 से 2 लाख रुपए तक का जुर्माना होगा। अगर गंभीर नुकसान हुआ है तो 6महीने से 7साल की सजा का प्रावधान और जुर्माना 1लाख से 5लाख रुपए है: केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर https://t.co/EUxZKgu5Fp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 22, 2020
उन्होंने बताया कि देश में अब 723 कोविड अस्पताल हैं, जिसमें लगभग 2 लाख बैड तैयार हैं। इनमें 24 हजार आईसीयू बेड हैं और 12 हजार 190 वेंटिलेटर हैं, जबकि 25 लाख से अधिक N95 मास्क भी हैं और 2.5 करोड़ के ऑर्डर दिए जा चुके हैं।
भारत में संक्रमितों की संख्या 20 हजार के करीब
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में अब तक कोरोना वायरस से 19984 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें से 640 लोगों की मौत हो गई है और 3870 लोग ठीक हो चुके हैं। एक व्यक्ति देश से बाहर चला गया है और कोरोना के 15474 एक्टिव केस मौजूद हैं।
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस संक्रमित
देशभर में सबसे ज्यादा संक्रमण महाराष्ट्र में सामने आया है और राज्य में अब तक 5218 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं, जिसमें से 251 लोगों की मौत हो गई है और 722 लोग ठीक हो चुके हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मामले मुंबई और पुणे से आए हैं।
दिल्ली-गुजरात में आए 2 हजार से ज्यादा मामले
दिल्ली और गुजरात में भी कोरोना से 2 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। दिल्ली में 2156 लोग चपेट में आ चुके हैं, जिसमें से 47 लोगों की मौत हो गई है और 611 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं गुजरात में 2178 मामले सामने आए हैं, जिसमें से 90 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है और 139 लोग ठीक हुए हैं।